बिहार चुनाव 2025 के बीच ओम प्रकाश राजभर ने दावा किया कि अधिक मतदान महागठबंधन के पक्ष में जाएगा। उन्होंने कहा कि जनता बदलाव की ओर झुक रही है और इस बार आरजेडी नेतृत्व वाला महागठबंधन सरकार बना सकता है।
Patna: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का राजनीतिक माहौल लगातार गर्माता जा रहा है। सभी बड़े दल अपने-अपने स्तर पर वोटरों को साधने की कोशिश में जुटे हुए हैं। वहीं उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में मंत्री और सुभासपा अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर के बयान ने चुनावी चर्चा को और तेज कर दिया है। राजभर ने दावा किया है कि इस बार बिहार में राष्ट्रीय जनता दल के नेतृत्व वाला महागठबंधन सत्ता में आएगा और एनडीए को बाहर होना पड़ेगा। उनका कहना है कि जनता बदलाव चाहती है और यह बदलाव का चुनाव है।
बंपर वोटिंग को बताया महागठबंधन के लिए फायदेमंद
ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि पहले चरण में जो बंपर वोटिंग हुई है, उसका सीधा फायदा महागठबंधन को मिलेगा। राजभर का यह तर्क नए नहीं है। उनका कहना है कि जब भी बिहार में अधिक मतदान हुआ है, उस दौर में आरजेडी की जीत होती रही है। उन्होंने बताया कि वह दस दिनों से बिहार में चुनाव प्रचार में थे और आम लोगों से बातचीत में उन्हें इस बात का संकेत मिला कि महिला और गरीब वर्ग आर्थिक मदद को अपना हक समझते हैं, न कि सरकार की कृपा। इसी मानसिकता ने बदलाव के प्रति लोगों के रुझान को और मजबूत किया है।
चुनावी समीकरण
राजभर की सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ने बिहार विधानसभा चुनाव में अपने 64 उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं। हालांकि पार्टी को अपेक्षित सीटों का बंटवारा नहीं मिला, फिर भी उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी चुनाव में सक्रिय भूमिका निभा रही है। दिलचस्प बात यह है कि बिहार में सुभासपा के उम्मीदवार उतारे जाने से वोटों का समीकरण प्रभावित हो सकता है। राजभर ने यह भी स्पष्ट किया कि यदि उनकी पार्टी के उम्मीदवार चुनाव जीतते हैं, तो वह एनडीए को समर्थन देंगे। इससे यह साफ होता है कि वह राजनीतिक रूप से गठबंधन की लाइन से पूरी तरह बाहर नहीं जा रहे हैं।
बिहार में जनता का मिजाज समझना मुश्किल
राजभर ने कहा कि बिहार की राजनीति हमेशा से अलग रही है और यहां जनता का मूड अंतिम समय में बदल जाता है। उन्होंने कहा कि जनता खुलकर अपनी पसंद नहीं बताती और यही वजह है कि बाहरी विश्लेषकों के लिए चुनावी रुझान समझना मुश्किल हो जाता है। राजभर ने दावा किया कि गूगल पर भी यह ट्रेंड देखने को मिला कि जिन चुनावों में 60 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ है, उनमें अक्सर महागठबंधन या आरजेडी की सरकार बनी है। इसलिए इस बार भी वोटिंग प्रतिशत बढ़ने से सत्ता बदलाव की संभावना अधिक दिख रही है।
अन्य नेताओं पर राजभर की टिप्पणी
प्रेसवार्ता के दौरान राजभर केवल चुनावी भविष्यवाणी तक सीमित नहीं रहे, बल्कि उन्होंने विपक्ष और अन्य नेताओं पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि कुछ नेता चर्चा में आने के लिए जानबूझकर विवाद खड़ा करते हैं। उन्होंने इसके लिए एक उदाहरण देते हुए कहा कि एक नेता ने खुद अपने ऊपर पुलिस से लाठीचार्ज करवाकर चुनावी सहानुभूति हासिल की और जीत भी गया। अखिलेश यादव पर भी उन्होंने तीखी टिप्पणी करते हुए कहा कि वह बीजेपी की बी टीम की तरह व्यवहार करते हैं। राजभर के अनुसार, अखिलेश अक्सर उन राज्यों में कांग्रेस के खिलाफ बोलते हैं, जहां कांग्रेस उनके साथ रहती है।
बिहार में विकास को लेकर सवाल
राजभर ने बिहार की सरकारों पर विकास न होने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि चाहे सरकार आरजेडी की रही हो, जेडीयू की रही हो या कांग्रेस गठबंधन की, किसी ने भी गरीब और अमीर के बीच की खाई को कम करने के लिए पर्याप्त काम नहीं किया। उन्होंने कहा कि बिहार में आर्थिक अंतर बहुत अधिक है और यही असंतुलन जनता में असंतोष पैदा करता है। राजभर का कहना है कि अगर इस बार सत्ता में महागठबंधन आता है, तो जनता की इस नाराजगी को दूर करने की जिम्मेदारी उनकी होगी।












