सावन का महीना हिंदू धर्म में अत्यंत पावन और फलदायी माना गया है। वर्ष 2025 में सावन की शुरुआत 11 जुलाई से हो रही है और इसका समापन 9 अगस्त को होगा। इस पूरे माह को भगवान शिव की आराधना और उपासना का विशेष समय माना जाता है। इसी बीच एक विशेष ज्योतिषीय संयोग बन रहा है जिसे गजकेसरी योग कहा जाता है। यह संयोग 22 जुलाई 2025 को सावन के दौरान बन रहा है, जिससे दो राशियों के लिए यह दिन बेहद शुभ और उन्नति दायक साबित हो सकता है।
क्या है गजकेसरी योग और कब बन रहा है
गजकेसरी योग का निर्माण तब होता है जब चंद्रमा और गुरु एक ही राशि में युति करते हैं। वर्ष 2025 में यह संयोग सावन के शुभ महीने में 22 जुलाई को बन रहा है, जब सुबह 08 बजकर 14 मिनट पर चंद्रमा मिथुन राशि में गोचर करेंगे। इस समय मिथुन में पहले से ही गुरु विराजमान होंगे, और जैसे ही चंद्रमा वहां प्रवेश करेंगे, दोनों ग्रहों की युति से गजकेसरी योग बन जाएगा।
इस शुभ योग का प्रभाव विशेष रूप से दो राशियों वृषभ और सिंह पर पड़ेगा। इन राशि के जातकों को धन, सफलता और सुख की प्राप्ति के संकेत मिल रहे हैं।
वृषभ राशि वालों को मिल सकते हैं शुभ समाचार
वृषभ राशि के जातकों के लिए यह गजकेसरी योग शुभ संकेत लेकर आ रहा है। इस दिन से जीवन में कई क्षेत्रों में सुधार देखा जा सकता है।
- नौकरी या व्यापार में बड़ी उपलब्धि मिल सकती है।
- आर्थिक तंगी से राहत मिल सकती है।
- घर में किसी शुभ कार्य की चर्चा शुरू हो सकती है।
- परिवारिक माहौल में शांति बनी रहेगी।
- सामाजिक कार्यों और दान-पुण्य में मन लगेगा।
महादेव की कृपा से पुराने अटके हुए काम भी गति पकड़ सकते हैं। यह समय मानसिक शांति और आत्मविश्वास बढ़ाने का भी संकेत दे रहा है।
सिंह राशि वालों के लिए नए अवसरों के संकेत
गजकेसरी योग सिंह राशि के लिए भी कई नए दरवाजे खोल सकता है। जिन कामों में लंबे समय से रुकावट आ रही थी, वहां अब प्रगति के संकेत मिल सकते हैं।
- कार्यस्थल पर मान-सम्मान बढ़ सकता है।
- सरकारी कार्यों में सफलता मिलने की संभावना है।
- रुका हुआ धन प्राप्त हो सकता है।
- भाई-बहन से मधुर संबंध और उपहार मिलने की संभावना।
- व्यापारियों के लिए यह योग विशेष लाभकारी हो सकता है।
सिंह राशि वालों को अपने प्रयासों का अच्छा परिणाम मिल सकता है और भाग्य का साथ भी महसूस होगा।
सावन में शिव आराधना का महत्व
सावन का महीना भगवान शिव को अत्यंत प्रिय माना जाता है। धार्मिक मान्यता है कि इस मास में जो भी श्रद्धा से शिव आराधना करता है, उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। विशेषकर गजकेसरी योग जैसे पावन संयोग में यदि शिव पूजा की जाए तो इसका प्रभाव कई गुना बढ़ जाता है।
कैसे करें भगवान शिव को प्रसन्न
- सावन में प्रतिदिन शिवलिंग पर दूध, दही और पंचामृत से अभिषेक करें।
- गन्ने के रस या शहद से अभिषेक करने से आर्थिक लाभ का योग बनता है।
- देसी घी का दीपक जलाकर शिव आरती करें।
- सोमवार का व्रत रखें और ओम नमः शिवाय मंत्र का जाप करें।
ज्योतिष के अनुसार, ये उपाय बुध और मंगल ग्रह को भी बल देते हैं, जिससे व्यक्ति की कुंडली में सकारात्मक परिवर्तन देखने को मिलते हैं।
धार्मिक और ज्योतिषीय दृष्टि से लाभकारी योग
गजकेसरी योग न केवल आर्थिक और करियर के लिए फायदेमंद होता है, बल्कि यह मानसिक और पारिवारिक सुख भी प्रदान करता है। इस योग के दौरान किए गए धार्मिक कार्यों का पुण्य कई गुना बढ़ जाता है।