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केरल तट पर सिंगापुर के कंटेनर शिप में धमाका, लगी भीषण आग, नौसेना और कोस्ट गार्ड ने शुरू किया रेस्क्यू ऑपरेशन

केरल तट पर सिंगापुर के कंटेनर शिप में धमाका, लगी भीषण आग, नौसेना और कोस्ट गार्ड ने शुरू किया रेस्क्यू ऑपरेशन

केरल तट के पास सिंगापुर के कंटेनर शिप में धमाके के बाद आग लग गई। 18 क्रू मेंबर रेस्क्यू किए गए, जबकि 4 लापता हैं और 5 घायल हुए। नेवी व कोस्ट गार्ड ने रेस्क्यू अभियान शुरू किया।

Kerala: केरल तट से करीब 88 समुद्री मील दूर एक सिंगापुर के कंटेनर शिप में धमाका होने और उसके बाद आग लगने की घटना से समुद्री क्षेत्र में हड़कंप मच गया। यह हादसा सोमवार, 10 जून को हुआ जब ‘MV WAN HAI 503’ नामक यह कंटेनर शिप कोलंबो से मुंबई की ओर जा रहा था। इंडियन कोस्ट गार्ड और नेवी ने तत्काल प्रभाव से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया है।

श्रीलंका से मुंबई जा रहा था जहाज

यह जहाज 7 जून 2025 को कोलंबो पोर्ट से रवाना हुआ था और इसे 10 जून तक मुंबई पहुंचना था। जहाज पर कुल 22 क्रू मेंबर सवार थे। इंडियन नेवी के अनुसार, यह कंटेनर शिप करीब 270 मीटर लंबा और 12.5 मीटर ड्राफ्ट वाला था, जो सामान्य से बड़े जहाजों की श्रेणी में आता है।

कंटेनर में धमाका, फिर फैली आग

कोस्ट गार्ड के अनुसार, कंटेनर शिप से इमरजेंसी अलर्ट मिलने के तुरंत बाद रेस्क्यू टीम सक्रिय हो गई। बताया गया कि जहाज में रखे एक कंटेनर में विस्फोट हुआ, जिससे भीषण आग लग गई। आग की लपटें धीरे-धीरे अन्य कंटेनर्स तक फैलती चली गईं, जिससे हालात और भी गंभीर हो गए।

चार क्रू मेंबर लापता, पांच घायल

इस भयावह हादसे में जहां 18 क्रू मेंबर्स ने लाइफ सेविंग राफ्ट की मदद से खुद को बचाया, वहीं चार लोग अब भी लापता हैं। लापता लोगों में दो ताइवानी, एक इंडोनेशियाई और एक म्यांमार का नागरिक शामिल है। इसके अलावा पांच अन्य लोग आग से झुलसने के कारण घायल हुए हैं, जिनका प्राथमिक उपचार जारी है।

नेवी का तत्काल एक्शन

नेवी की ओर से जानकारी दी गई कि सुबह 10:30 बजे मुंबई में समुद्री संचालन केंद्र को जहाज में धमाके की खबर मिली थी, जिसके बाद कोच्चि स्थित डिपार्टमेंट को अलर्ट किया गया। सुबह 11 बजे के करीब वेस्टर्न नेवल कमांड ने स्थिति को गंभीर मानते हुए तत्काल रेस्क्यू प्लान को सक्रिय किया।

INS Surat और INS Garuda को लगाया गया मिशन में

हालात की गंभीरता को देखते हुए INS Surat को रेस्क्यू मिशन में तैनात किया गया है। इसके अलावा कोच्चि के INS Garuda एयर स्टेशन से नेवी का Dornier Surveillance Aircraft भी स्थिति का जायजा लेने और सहायता पहुंचाने के लिए तैयार किया गया है।

अज्हीकल पोर्ट ऑफिसर अरुण कुमार ने बताया कि जहाज में चार प्रकार के खतरनाक पदार्थ लदे हुए थे, जिन्हें इंटरनेशनल मरीन डेंजरस गुड्स (IMDG) कोड के तहत ज्वलनशील तरल, दहनशील ठोस और विषैले पदार्थों की श्रेणी में रखा गया है। यही वजह है कि आग बुझाने में विशेष सावधानी बरती जा रही है।

केरल मैरीटाइम बोर्ड की सतर्क निगरानी

केरल मैरीटाइम बोर्ड के अध्यक्ष, सीईओ और अन्य वरिष्ठ अधिकारी कोस्ट गार्ड के संपर्क में हैं और पूरे बचाव अभियान की निगरानी कर रहे हैं। तटीय क्षेत्र में किसी प्रकार के पर्यावरणीय नुकसान को रोकने के लिए भी विशेष दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।

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