लेंसकार्ट अपना IPO 31 अक्टूबर 2025 को लॉन्च करने जा रही है, जिसका क्लोजिंग 4 नवंबर को होगा। IPO के जरिए कंपनी लगभग ₹7,250–7,350 करोड़ जुटाने की योजना में है और पोस्ट-मनी वैल्यूएशन लगभग ₹70,000 करोड़ के आस-पास है। IPO से जुटाई गई राशि नए स्टोर, टेक्नोलॉजी, मार्केटिंग और सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों में निवेश होगी।
Lenskart IPO: भारत के प्रमुख ओम्नी-चैनल आईवियर ब्रांड लेंसकार्ट सॉल्यूशंस लिमिटेड अपना IPO 31 अक्टूबर 2025 को लॉन्च करने की योजना बना रही है, जबकि क्लोजिंग 4 नवंबर को होगी। कंपनी का लक्ष्य नए शेयरों और OFS के जरिए लगभग ₹7,250–7,350 करोड़ जुटाना है, जिससे पोस्ट-मनी वैल्यूएशन लगभग ₹70,000 करोड़ होगी। IPO का पैसा भारत और दक्षिण-पूर्व एशिया में नए स्टोर खोलने, टेक्नोलॉजी और AI में निवेश, ब्रांड प्रमोशन और सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों में इस्तेमाल किया जाएगा।
लेंसकार्ट की स्थापना और निवेशक
लेंसकार्ट की स्थापना 2008 में पीयूष बंसल, अमित चौधरी, नेहा बंसल और सुमीत कपाही ने की थी। पीयूष बंसल को रिएलिटी शो शार्क टैंक इंडिया में जज के रूप में भी देखा जा चुका है।
कंपनी में कई प्रमुख निवेशकों का पैसा लगा है। इनमें सॉफ्टबैंक, ADIA और टेमासेक शामिल हैं। इसके अलावा केकेआर, अल्फा वेव, टीपीजी और केदारा कैपिटल भी लेंसकार्ट में निवेशक हैं। हाल ही में यह खबर आई थी कि राधाकिशन दमानी और एसबीआई म्यूचुअल फंड लगभग 100 करोड़ रुपये का निवेश कर सकते हैं।
IPO का साइज और शेयर बिक्री
सूत्रों के अनुसार, लेंसकार्ट का फाइनल कंबाइंड IPO साइज 7,250 करोड़ से 7,350 करोड़ रुपये के बीच हो सकता है। इसमें नए शेयरों के जरिए 2,150 करोड़ रुपये जुटाने की योजना है। इसके अलावा प्रमोटर्स और निवेशकों की ओर से 13.22 करोड़ इक्विटी शेयर ऑफर फॉर सेल (OFS) के तहत बेचे जाएंगे।
IPO में निवेश के लिए कोटक महिंद्रा कैपिटल, सिटी, एक्सिस कैपिटल, एवेंडस कैपिटल, मॉर्गन स्टेनली और इंटेंसिव फिस्कल सर्विसेज जैसे बड़े निवेश बैंक काम कर रहे हैं। कानूनी सलाहकार के रूप में सिरिल अमरचंद मंगलदास ने कंपनी को सहायता दी है।
IPO से जुटाए गए पैसे का उपयोग
लेंसकार्ट अपने IPO में नए शेयरों से जुटाए गए धन का इस्तेमाल भारत और दक्षिण-पूर्व एशिया में नए स्टोर खोलने, टेक्नोलॉजी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में निवेश, ब्रांड मार्केटिंग और प्रचार, खरीद करने और सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए करेगी।
कंपनी का ध्यान स्मार्ट आईवियर उत्पादों को बढ़ावा देने पर भी है। भारत के बाहर कंपनी का लगभग 40 प्रतिशत रेवेन्यू आता है और साउथ ईस्ट एशिया में विस्तार के लिए नए निवेश की योजना है।
लेंसकार्ट की वित्तीय स्थिति

वित्त वर्ष 2025 में लेंसकार्ट का शुद्ध मुनाफा 297.3 करोड़ रुपये रहा। पिछले दो वर्षों में कंपनी का रेवेन्यू 33 प्रतिशत की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (CAGR) के साथ बढ़कर 6,652.5 करोड़ रुपये हो गया। ग्रॉस मार्जिन 500 बेसिस पॉइंट्स से बढ़कर लगभग 69 प्रतिशत हो गया।
कंपनी वित्त वर्ष 2026 में 450 नए स्टोर खोलने की योजना बना रही है। मार्च 2025 तक लेंसकार्ट के भारत, मध्य पूर्व और दक्षिण-पूर्व एशिया के कुल 2,723 स्टोर थे।
लेंसकार्ट का बाजार में प्रभाव
लेंसकार्ट भारत के सबसे बड़े ओम्नी-चैनल आईवियर ब्रांड के रूप में विकसित हो चुकी है। ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के साथ-साथ फिजिकल स्टोर नेटवर्क ने कंपनी को तेजी से विस्तार करने में मदद की है। कंपनी की तकनीकी क्षमताएं और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित सेवाएं ग्राहकों को बेहतर अनुभव प्रदान करती हैं।
IPO के जरिए जुटाए गए निवेश से लेंसकार्ट अपनी मार्केटिंग गतिविधियों और उत्पाद नवाचार को और मजबूत करेगी। इसके साथ ही भारत और अन्य अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कंपनी की मौजूदगी को बढ़ाया जाएगा।
निवेशकों की उत्सुकता
IPO को लेकर बाजार में निवेशकों की उत्सुकता बढ़ी हुई है। बड़े निवेशक और संस्थागत निवेशक इस IPO में हिस्सेदारी लेने के लिए तैयार हैं। लेंसकार्ट की मजबूत वित्तीय स्थिति, व्यापक स्टोर नेटवर्क और अंतरराष्ट्रीय विस्तार की योजना इसे निवेशकों के लिए आकर्षक विकल्प बनाती है।
लेंसकार्ट का यह IPO भारतीय स्टॉक मार्केट में आईवियर सेक्टर के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित होगा।













