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महाराष्ट्र में भाषा विवाद पर सियासी जंग तेज! आदित्य ठाकरे ने भाजपा सांसद पर बोला हमला, उद्धव ठाकरे भी उतरे मैदान में

महाराष्ट्र में भाषा विवाद पर सियासी जंग तेज! आदित्य ठाकरे ने भाजपा सांसद पर बोला हमला, उद्धव ठाकरे भी उतरे मैदान में

मुंबई में मराठी न बोलने वालों से मारपीट के बाद भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने राज ठाकरे को बिहार आने की चुनौती दी। इस पर आदित्य ठाकरे और उद्धव ठाकरे ने भाजपा को महाराष्ट्र विरोधी बताया।

Maharashtra Politics: महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में बीते कुछ दिनों से भाषा को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। खासकर हिंदी भाषी लोगों के साथ मारपीट की कुछ घटनाएं सामने आने के बाद राजनीति ने नया मोड़ ले लिया है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में आरोप लगाया गया कि MNS के कार्यकर्ताओं ने मराठी न बोलने वालों के साथ बदसलूकी और मारपीट की। इसके बाद इस मुद्दे पर सियासी घमासान शुरू हो गया है।

भाजपा सांसद निशिकांत दुबे का चैलेंज

इस विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने MNS प्रमुख राज ठाकरे पर निशाना साधा। उन्होंने एक तीखा बयान देते हुए कहा कि अगर राज ठाकरे में हिम्मत है तो बिहार आकर दिखाएं। उन्होंने कहा, "पटक-पटककर मारा जाएगा। अपने घर में तो कुत्ता भी शेर होता है।" हिंदी भाषी लोगों को निशाना बनाना अनुचित है। उन्होंने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र की तरक्की में पूरे देश, खासकर उत्तर भारत का योगदान रहा है और ऐसे में हिंदीभाषियों के खिलाफ बयानबाजी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

आदित्य ठाकरे ने भाजपा को बताया महाराष्ट्र विरोधी

भाजपा सांसद के बयान का शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे ने जोरदार जवाब दिया। उन्होंने कहा कि यह भाजपा की महाराष्ट्र विरोधी मानसिकता को दर्शाता है। आदित्य ठाकरे ने मीडिया से बातचीत में कहा, "हमने सभी से अपील की है कि भाजपा नेताओं की इस तरह की गंदी राजनीति पर प्रतिक्रिया न दें। वे महाराष्ट्र में डर और अस्थिरता फैलाना चाहते हैं। हम इसे कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे।"

उन्होंने कहा कि भाजपा की 'फूट डालो और राज करो' की नीति अब पुरानी हो चुकी है और जनता अब इन चालों को समझने लगी है। ठाकरे ने कहा कि भाजपा सांसद की सोच पूरी पार्टी की सोच को दर्शाती है, न कि पूरे उत्तर भारत की।

उद्धव ठाकरे भी उतरे मैदान में

भाषा विवाद पर शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे भी सामने आए। उन्होंने कहा, "हम हिंदी भाषा के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन भाजपा नेताओं की ओर से मराठी लोगों की तुलना आतंकवादियों से करना बेहद शर्मनाक है। ये वही लोग हैं जो मराठी मानुष की आत्मा को ठेस पहुंचाते हैं।" उद्धव ठाकरे ने यह भी कहा कि जो लोग महाराष्ट्र में मराठी लोगों के साथ अन्याय करते हैं, वे असली मराठी विरोधी हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि अगर भाजपा वाकई में हिंदुओं की हितैषी है, तो वह मराठी हिंदुओं को क्यों नहीं बचा पा रही।

निशिकांत दुबे का आरोप

अपने पहले बयान के बाद भी निशिकांत दुबे पीछे नहीं हटे। उन्होंने MNS और शिवसेना पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि वे किसकी रोटी खा रहे हैं। उन्होंने कहा कि टाटा, बिरला और रिलायंस की पहली फैक्ट्रियां बिहार में लगी थीं। महाराष्ट्र की तरक्की में बाहर से आए लोगों का अहम योगदान है। उन्होंने यह भी पूछा कि महाराष्ट्र में कौन सी इंडस्ट्री है जो स्थानीय टैक्स देती है। भाजपा सांसद ने कहा, "सारे माइंस तो झारखंड, बिहार या दूसरे राज्यों में हैं। महाराष्ट्र की इंडस्ट्री बाहरी निवेश पर टिकी है। जो लोग हमें ही निशाना बना रहे हैं, वे खुद हमारे योगदान पर जी रहे हैं।"

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