भारत के स्टार जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने एक बार फिर अपने शानदार प्रदर्शन से देश का नाम रोशन किया है। उन्होंने इस महीने के आखिर में ज्यूरिख में होने वाले डायमंड लीग 2025 फाइनल के लिए क्वालिफाई कर लिया है।
स्पोर्ट्स न्यूज़: भारत के स्टार जैवलिन थ्रोअर और ओलंपिक चैंपियन नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) ने एक बार फिर इतिहास रचने की ओर कदम बढ़ा दिया है। उन्होंने डायमंड लीग 2025 के फाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली है। नई स्टैंडिंग में नीरज 15 अंकों के साथ शीर्ष खिलाड़ियों में शामिल हैं और अब वह स्विट्जरलैंड के ज्यूरिख में होने वाले ग्रैंड फिनाले में खिताब के लिए चुनौती पेश करेंगे।
ज्यूरिख में होगा खिताबी मुकाबला
नीरज चोपड़ा ने 16 अगस्त को हुए सिलेसिया लेग में हिस्सा नहीं लिया था। इसके बावजूद वह पहले दो डायमंड लीग लेग्स में शानदार प्रदर्शन के दम पर 15 अंक हासिल कर चुके थे। सिलेसिया लेग के बाद जारी स्टैंडिंग में उनका नाम फाइनलिस्ट खिलाड़ियों में दर्ज हो गया। यह साबित करता है कि नीरज का शुरुआती सीज़न कितना मजबूत रहा है।
डायमंड लीग का ग्रैंड फिनाले 27 और 28 अगस्त को स्विट्जरलैंड के ज्यूरिख में होगा। पुरुष जैवलिन थ्रो का खिताबी इवेंट 28 अगस्त को खेला जाएगा। नीरज चोपड़ा मौजूदा वर्ल्ड चैंपियन हैं और उनके लिए यह टूर्नामेंट एक और बड़ा अवसर होगा, जहां वह भारत का नाम रोशन कर सकते हैं।
नीरज का सीज़न 2025 में प्रदर्शन
इस साल नीरज चोपड़ा ने अब तक बेहतरीन प्रदर्शन किया है।
- पेरिस लेग: नीरज ने 88.16 मीटर का शानदार थ्रो कर पहला स्थान हासिल किया।
- दोहा लेग: यहां उन्होंने 90.23 मीटर का थ्रो किया, लेकिन मामूली अंतर से जर्मनी के जूलियन वेबर से पीछे रह गए।
नीरज का डायमंड लीग सफर
- पहले स्थान पर त्रिनिदाद एंड टोबैगो के केशोर्न वाल्कॉट हैं, जिनके 17 अंक हैं।
- दूसरे स्थान पर नीरज चोपड़ा और जूलियन वेबर संयुक्त रूप से 15 अंकों के साथ मौजूद हैं।
- 2022: नीरज ने अपना पहला डायमंड लीग खिताब जीता।
- 2023 और 2024: वह उपविजेता रहे, लेकिन लगातार उच्च स्तर पर प्रदर्शन कर दुनिया के शीर्ष एथलीट्स में अपनी जगह बनाए रखी।
उनकी लगातार सफलता यह साबित करती है कि वह सिर्फ एक ओलंपिक हीरो नहीं, बल्कि लगातार दमदार प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी हैं। नीरज ने सिलेसिया लेग से बाहर होने का फैसला लिया, लेकिन उन्होंने इसके पीछे कोई कारण स्पष्ट नहीं किया। इस वजह से फैंस और विशेषज्ञों के बीच सवाल उठे कि कहीं यह फिटनेस या रणनीति का हिस्सा तो नहीं।