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नोएडा बैंक फ्रॉड: 2 करोड़ चुकाने के बाद भी नहीं लौटाए जमीन के कागज, 3 पर केस दर्ज

नोएडा बैंक फ्रॉड: 2 करोड़ चुकाने के बाद भी नहीं लौटाए जमीन के कागज, 3 पर केस दर्ज

नोएडा के सेक्टर-63 में बैंक फ्रॉड का मामला सामने आया। 2 करोड़ रुपये चुकाने के बाद भी बैंक ने जमीन के कागजात नहीं लौटाए। कोर्ट के आदेश के बाद बैंक मालिक और दो अधिकारियों पर मुकदमा दर्ज किया गया।

नोएडा: उत्तरप्रदेश के नोएडा के सेक्टर-63 वाजिदपुर में एक बैंक फ्रॉड का मामला सामने आया है। सतपाल यादव नाम के कारोबारी ने 2017 में नोबल कोऑपरेटिव बैंक से 90 लाख रुपये का मोरगेज लोन लिया था। इस लोन के एवज में उन्होंने अपने 505 वर्ग गज के प्लॉट के कागजात बैंक के पास रखे थे।

जांच में पता चला कि सतपाल ने ब्याज समेत लगभग 2 करोड़ रुपये चुकाने के बाद भी बैंक प्रबंधन द्वारा जमीन के कागजात वापस नहीं किए गए। इसके बाद कोर्ट ने बैंक को कागजात लौटाने का आदेश दिया, लेकिन बैंक ने इसके अलावा 39 लाख रुपये और जमा करने को कहा, जिससे मामला और गंभीर हो गया।

सतपाल यादव ने बैंक पर मामला दर्ज किया

सतपाल यादव ने बताया कि उन्होंने 2024 में 1.30 करोड़ रुपये का चेक और 25 लाख रुपये कैश जमा कर दिए। इसके बावजूद बैंक ने जमीन के कागजात नहीं लौटाए। उन्होंने कोर्ट में मामला दर्ज कराया और न्याय की गुहार लगाई।

कोर्ट के आदेश के बाद भी बैंक मालिक विजय कुमार शर्मा और उनके बेटों राघव भारद्वाज व गोविंद भारद्वाज ने अतिरिक्त राशि मांगने का प्रयास किया। इस पर पीड़ित ने सेक्टर-63 थाना पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई।

तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज

सेक्टर-63 थाना पुलिस ने कोर्ट के आदेश के आधार पर बैंक मालिक और उनके दो बेटों के खिलाफ केस दर्ज किया। पुलिस ने बताया कि यह मामला बैंकिंग धोखाधड़ी और संपत्ति पर अवैध कब्जे का है। अधिकारी यह भी बता रहे हैं कि बैंकिंग प्रणाली में इस तरह के फ्रॉड से बचने के लिए ग्राहक सतर्क रहें और हमेशा लोन निपटान के बाद रसीद और कागजात की पुष्टि कर लें।

विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे मामले दिखाते हैं कि बैंकिंग प्रक्रियाओं में पारदर्शिता और निगरानी कितनी महत्वपूर्ण है। ग्राहक को हमेशा अपने दस्तावेज़ और भुगतान के रिकॉर्ड सुरक्षित रखना चाहिए। नोएडा जैसे बड़े शहरी केंद्रों में बैंकिंग फ्रॉड के बढ़ते मामलों से यह भी साफ होता है कि ग्राहक संरक्षण और कानूनी सहायता पर विशेष ध्यान देना आवश्यक है।

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