OpenAI ने घोषणा की है कि वह अब ChatGPT में यूजर्स की बातचीत की निगरानी करेगा। इसका उद्देश्य हिंसा या किसी को नुकसान पहुंचाने वाले संकेतों का पता लगाना है। गंभीर खतरे की स्थिति में स्पेशल टीम कानून प्रवर्तन एजेंसियों को जानकारी साझा कर सकती है। इस कदम से यूजर्स की प्राइवेसी और एआई सुरक्षा को लेकर नए सवाल खड़े हुए हैं।
ChatGPT Privacy Monitoring: OpenAI ने घोषणा की कि अब वह ChatGPT में यूजर्स की बातचीत की निगरानी करेगा। यह कदम अमेरिका और यूरोप सहित वैश्विक स्तर पर उठाया गया है, ताकि हिंसा या किसी को नुकसान पहुंचाने वाले संकेतों की पहचान की जा सके। गंभीर खतरे की स्थिति में बातचीत को स्पेशल रिव्यू टीम के पास भेजा जाएगा और जरूरत पड़ने पर कानून प्रवर्तन एजेंसियों से संपर्क किया जा सकता है। नॉर्वे में हाल ही में एक घटना के बाद यह कदम उठाया गया, जिसमें यूजर और चैटबॉट के बीच हुई बातचीत गंभीर परिणामों में बदल गई।
सुरक्षा और प्राइवेसी का सवाल
OpenAI ने घोषणा की है कि वह अब ChatGPT में यूजर्स की बातचीत की निगरानी करेगा। इसका उद्देश्य ऐसी बातचीत का पता लगाना है जिसमें हिंसा या किसी व्यक्ति को नुकसान पहुँचाने के संकेत हों। कंपनी ने बताया कि अगर कोई गंभीर खतरा दिखाई देता है तो बातचीत को स्पेशल रिव्यू टीम के पास भेजा जाएगा और जरूरत पड़ने पर कानून प्रवर्तन एजेंसियों को जानकारी दी जाएगी।
इस कदम को सुरक्षा बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। हालांकि, इससे यूजर्स की प्राइवेसी को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं। अब तक लोग मानते थे कि ChatGPT में उनकी बातचीत निजी रहती है, लेकिन OpenAI ने स्पष्ट किया है कि गंभीर खतरे की स्थिति में अकाउंट बैन किया जा सकता है और पुलिस से संपर्क किया जा सकता है।
AI Safety पर बढ़ती चिंता
AI Safety को लेकर चिंताएं हाल ही में बढ़ी हैं। नॉर्वे में 56 वर्षीय स्टीन-एरिक सोलबर्ग ने अपनी मां की हत्या करने के बाद खुदकुशी कर ली। बताया जा रहा है कि वह लंबे समय से ChatGPT जैसे एआई चैटबॉट से बातचीत कर रहे थे और उसे अपना सबसे अच्छा दोस्त मानते थे।
जांच में सामने आया कि चैटबॉट ने उनकी षड्यंत्रकारी सोच को लगातार पुष्ट किया। बातचीत के स्क्रीनशॉट में एआई ने उन्हें यह भरोसा दिया कि उनकी सतर्कता और धारणा पूरी तरह सही है। इस घटना ने एआई चैटबॉट्स और मानव व्यवहार पर उनके प्रभाव को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
OpenAI की प्रतिक्रिया और ChatGPT यूजर्स पर प्रभाव
OpenAI ने बताया कि स्पेशल टीम गंभीर खतरे की पहचान करने पर यूजर्स के अकाउंट को अस्थायी रूप से बैन कर सकती है और कानून प्रवर्तन एजेंसियों से संपर्क कर सकती है। इसका मतलब है कि अब ChatGPT में की गई बातचीत पूरी तरह निजी नहीं रही।
यह कदम एआई और डिजिटल सुरक्षा को लेकर नए नियम और प्रोटोकॉल की आवश्यकता को रेखांकित करता है। यूजर्स को अपने डेटा और बातचीत के बारे में अधिक सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है।