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Oracle में फिर छंटनी, भारत में 100 से ज्यादा कर्मचारी हुए प्रभावित, जानें वजह

Oracle में फिर छंटनी, भारत में 100 से ज्यादा कर्मचारी हुए प्रभावित, जानें वजह

Oracle ने भारत में ग्लोबल रिस्ट्रक्चरिंग के तहत 100 से ज्यादा कर्मचारियों को निकाल दिया है। यह कदम एआई पर बढ़ती निर्भरता और संगठनात्मक बदलाव के तहत लिया गया है। प्रभावित कर्मचारियों को सेवरेंस पैकेज और एक साल का मेडिकल कवर मिलेगा। यह छंटनी परफॉर्मेंस के आधार पर नहीं, बल्कि टेक्नोलॉजिकल बदलाव के कारण की गई है।

Oracle Jobs Cut: Oracle ने भारत में अपने स्टाफ की छंटनी की घोषणा की है, जिसमें 100 से ज्यादा कर्मचारियों को नौकरी छोड़ने के लिए कहा गया। यह कदम ग्लोबल रिस्ट्रक्चरिंग का हिस्सा है और एआई पर बढ़ती निर्भरता तथा संगठनात्मक बदलाव के तहत उठाया गया है। कंपनी ने प्रभावित कर्मचारियों को हर सेवा वर्ष पर 15 दिन का वेतन और एक साल का मेडिकल इंश्योरेंस देने का वादा किया है। सूत्रों के अनुसार, छंटनी क्लाउड और अन्य टीमों में की गई है और परफॉर्मेंस कोई मुद्दा नहीं रहा।

भारत में छंटनी का विस्तार

सूत्रों के मुताबिक, भारत में निकाले गए कर्मचारियों की संख्या भविष्य में बढ़कर सैकड़ों तक पहुंच सकती है। क्लाउड और अन्य टीमों से कर्मचारी इस प्रक्रिया में प्रभावित हुए हैं। आर्थिक टाइम्स की रिपोर्ट में बताया गया है कि Oracle ने प्रभावित कर्मचारियों को भेजे गए लेटर में लिखा कि यह कदम संगठनात्मक बदलाव का हिस्सा है।

कंपनी के लेटर में आगे यह भी कहा गया कि ऑपरेशंस को स्ट्रीमलाइन करने और बदलते कारोबारी माहौल के अनुसार खुद को ढालने के लिए यह निर्णय लिया गया है। इस वजह से जो पोजिशन अब कंपनी के लिए आवश्यक नहीं रह गई, उसके कर्मचारियों को बाहर किया गया।

सेवरेंस और मेडिकल बेनिफिट

Oracle ने प्रभावित कर्मचारियों के लिए सेवरेंस बेनिफिट का प्रावधान किया है। हर पूरे किए गए सेवा वर्ष के लिए कर्मचारियों को 15 दिन का वेतन दिया जाएगा। इसके साथ ही एक साल तक का मेडिकल इंश्योरेंस कवर भी कंपनी की तरफ से उपलब्ध कराया जाएगा।

सूत्रों के मुताबिक, Oracle में 15 से 20 साल तक काम कर चुके वरिष्ठ कर्मचारी भी इस छंटनी की चपेट में आए हैं। कुछ कर्मचारियों ने गार्डन लीव के साथ अपेक्षाकृत सौहार्दपूर्ण विदाई का जिक्र किया, वहीं कई लोगों ने इस प्रक्रिया को अचानक और झटकेदार बताया।

क्यों हो रही है छंटनी?

विश्लेषकों के मुताबिक, Oracle की छंटनी का मुख्य कारण तकनीकी बदलाव और लागत में कटौती है। कंपनी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और ऑटोमेशन पर निर्भरता बढ़ा रही है। ऐसे में कुछ कर्मचारियों की भूमिकाएं अप्रासंगिक हो गई हैं।

कर्मचारियों का कहना है कि यह कदम परफॉर्मेंस की वजह से नहीं, बल्कि टेक्नोलॉजिकल शिफ्ट्स और कंपनी की रणनीति के तहत लिया गया है। कंपनियों के ग्लोबल स्तर पर इस तरह के बदलाव आम हैं, जब नई तकनीक और सिस्टम को अपनाया जाता है।

Oracle की वित्तीय स्थिति

वित्त वर्ष 2024 में Oracle का राजस्व 20 प्रतिशत बढ़कर 20,459 करोड़ रुपये तक पहुंच गया था। इसके बावजूद कंपनी को भविष्य की जरूरतों के मुताबिक अपने संगठन को मजबूत करना जरूरी माना गया। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और क्लाउड सेवाओं में निवेश बढ़ाने के लिए यह कदम उठाया गया।

Oracle के कर्मचारियों ने इस फैसले पर मिश्रित प्रतिक्रिया दी है। कुछ ने इसे आवश्यक बदलाव मानकर स्वीकार किया, जबकि कई ने इसे अचानक और अप्रत्याशित बताया। कर्मचारी विशेष रूप से उस बात को उजागर कर रहे हैं कि छंटनी प्रक्रिया में किसी का परफॉर्मेंस मुद्दा नहीं रहा।

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