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पीएम मोदी का डिप्लोमैटिक मिशन शुरू: 5 देशों की यात्रा और BRICS समिट में होगी भागीदारी, देखें पूरा शेड्यूल

पीएम मोदी का डिप्लोमैटिक मिशन शुरू: 5 देशों की यात्रा और BRICS समिट में होगी भागीदारी, देखें पूरा शेड्यूल

पीएम मोदी 8 दिवसीय दौरे में 5 देशों की यात्रा करेंगे। ब्रिक्स समिट, द्विपक्षीय समझौते, निवेश, डिजिटल सहयोग और ग्लोबल साउथ से साझेदारी इस दौरे का उद्देश्य है।

PM Modi Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2 से 9 जुलाई 2025 तक अपने सबसे लंबे डिप्लोमैटिक दौरे पर रहेंगे, जिसमें वे घाना, त्रिनिदाद और टोबैगो, अर्जेंटीना, ब्राजील और नामीबिया की यात्रा करेंगे। इस यात्रा का उद्देश्य भारत के द्विपक्षीय संबंधों को मज़बूती देना, व्यापार और निवेश को बढ़ावा देना, और 2026 में भारत की ब्रिक्स अध्यक्षता के लिए आधार तैयार करना है। यह दौरा ग्लोबल साउथ की आवाज़ को वैश्विक मंचों पर और प्रभावशाली बनाने की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है।

घाना: आर्थिक सहयोग और ऐतिहासिक संबंधों पर नया फोकस

प्रधानमंत्री मोदी 2-3 जुलाई को पश्चिम अफ्रीकी देश घाना की यात्रा पर रहेंगे। यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की 30 वर्षों में पहली द्विपक्षीय यात्रा है। इस यात्रा के माध्यम से भारत-घाना के संबंधों को एक नई दिशा देने का प्रयास किया जा रहा है।

पीएम मोदी का स्वागत राष्ट्रपति जॉन ड्रामानी महामा करेंगे। दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ताएं होंगी, जिनमें कृषि, वैक्सीन डेवलपमेंट, रक्षा सहयोग, महत्वपूर्ण खनिज और डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा होगी। प्रधानमंत्री मोदी घाना की संसद को भी संबोधित करेंगे, जहां वे साझा लोकतांत्रिक मूल्यों और विकास में भारत की भूमिका पर बात करेंगे। घाना अफ्रीका का सबसे पुराना लोकतंत्र है, और भारत ने 1957 में उसकी स्वतंत्रता में भी सहयोग दिया था।

घाना में 15,000 से अधिक भारतीय प्रवासी रहते हैं। पीएम मोदी उनके साथ संवाद करेंगे, जिससे दोनों देशों के बीच लोगों से लोगों के संपर्क को और मज़बूती मिलेगी। घाना के साथ भारत का द्विपक्षीय व्यापार लगभग 3 बिलियन डॉलर है, जो मुख्यतः सोने के आयात पर आधारित है। इसके अतिरिक्त, भारत द्वारा 2 बिलियन डॉलर से अधिक का निवेश भी किया गया है।

त्रिनिदाद और टोबैगो: सांस्कृतिक विरासत और प्रवासी जुड़ाव

3-4 जुलाई को प्रधानमंत्री मोदी कैरेबियाई देश त्रिनिदाद और टोबैगो की यात्रा पर होंगे। यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की 1999 के बाद पहली द्विपक्षीय यात्रा है। यह दौरा उस ऐतिहासिक समय के साथ हो रहा है जब भारतीय मूल के लोगों के वहां आगमन को 180 वर्ष पूरे हो रहे हैं।

त्रिनिदाद और टोबैगो की 40 से 45 प्रतिशत जनसंख्या भारतीय मूल की है। राष्ट्रपति क्रिस्टीन कार्ला कंगालू और प्रधानमंत्री कमला प्रसाद बिसेसर के साथ पीएम मोदी उच्चस्तरीय द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। इन वार्ताओं में फार्मास्यूटिकल्स, रिन्यूएबल एनर्जी, डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर और कृषि पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। प्रधानमंत्री वहां की संसद के संयुक्त सत्र को भी संबोधित करेंगे। यह भारत और त्रिनिदाद के साझा लोकतांत्रिक मूल्यों का प्रतीक होगा।

एक बड़े प्रवासी सम्मेलन का आयोजन भी किया जाएगा, जिसमें भारतीय मूल के लोगों से सीधा संवाद स्थापित होगा। इसके साथ ही दोनों देश शिक्षा, खेल और संस्कृति के क्षेत्र में सहयोग के नए अवसर तलाशेंगे।

अर्जेंटीना: रणनीतिक साझेदारी में नई ऊर्जा

4 से 5 जुलाई को प्रधानमंत्री मोदी अर्जेंटीना का दौरा करेंगे। यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की 57 वर्षों में पहली द्विपक्षीय यात्रा है। राष्ट्रपति जेवियर माइली के निमंत्रण पर हो रही इस यात्रा का उद्देश्य भारत-अर्जेंटीना की रणनीतिक साझेदारी को नई दिशा देना है।

अर्जेंटीना वर्तमान में व्यापक आर्थिक सुधारों के दौर से गुजर रहा है। ऐसे में भारत उसके साथ व्यापार, रक्षा, कृषि, खनन, तेल और गैस, नवीकरणीय ऊर्जा और डिजिटल इनोवेशन जैसे क्षेत्रों में साझेदारी को गहरा करना चाहता है।

भारत की ऊर्जा सुरक्षा और रेयर अर्थ मिनरल्स के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने की भी योजना है। प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति माइली टेलीमेडिसिन, रक्षा निर्माण और अंतरिक्ष तकनीक में सहयोग की संभावनाओं पर भी चर्चा करेंगे।

ब्राजील: ब्रिक्स शिखर सम्मेलन और व्यापारिक संबंध

5 से 8 जुलाई तक प्रधानमंत्री मोदी ब्राजील की यात्रा पर रहेंगे। वह रियो डी जेनेरियो में 17वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। ब्रिक्स सम्मेलन की मेजबानी राष्ट्रपति लुइस इनासियो लूला दा सिल्वा करेंगे। ब्राजील यात्रा के दौरान पीएम मोदी ब्रासीलिया में राजकीय यात्रा पर भी जाएंगे। भारत-ब्राजील के बीच 2006 में स्थापित रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के लिए द्विपक्षीय वार्ता की जाएगी।

ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी 10 पूर्ण सदस्य देशों, 12 पार्टनर देशों और 8 आमंत्रित देशों के नेताओं से मुलाकात करेंगे। चर्चा के प्रमुख विषय ग्लोबल गवर्नेंस रिफॉर्म्स, शांति और सुरक्षा, बहुपक्षीयता, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, क्लाइमेट एक्शन और वैश्विक स्वास्थ्य होंगे।

प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति लूला के बीच द्विपक्षीय वार्ता में व्यापार, रक्षा, नवीकरणीय ऊर्जा, खनन, हेल्थकेयर और डिजिटल इंफ्रा पर विशेष ध्यान रहेगा।

भारत और ब्राजील के बीच 12.2 बिलियन डॉलर का व्यापार है, जो लैटिन अमेरिका में भारत का सबसे बड़ा है। दोनों देश व्यापार समझौतों के विस्तार की संभावनाओं पर चर्चा करेंगे। यह यात्रा भारत की 2026 में ब्रिक्स अध्यक्षता की तैयारी के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है।

नामीबिया: ऐतिहासिक संबंधों की पुनर्स्थापना

प्रधानमंत्री मोदी की पांचवी और अंतिम यात्रा 9 जुलाई को नामीबिया की होगी। यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की 27 वर्षों में पहली यात्रा होगी। राष्ट्रपति नेटुम्बो नंदी-नदैतवा के निमंत्रण पर हो रही यह यात्रा दोनों देशों के ऐतिहासिक संबंधों को फिर से मज़बूत करने का अवसर है।

प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। वह नामीबिया के फाउंडिंग फादर डॉ. सैम नुजोमा को श्रद्धांजलि देंगे और संसद को संबोधित करेंगे।

भारत और नामीबिया के बीच 600 मिलियन डॉलर का व्यापार और 800 मिलियन डॉलर से अधिक का निवेश है, जो मुख्यतः जिंक और डायमंड प्रोसेसिंग में केंद्रित है। चीतों को नामीबिया से भारत के कुनो नेशनल पार्क में स्थानांतरित करना दोनों देशों के बीच बढ़ते सहयोग का प्रतीक है।

इस यात्रा में कृषि, फार्मास्यूटिकल्स और यूरेनियम, कॉपर तथा लिथियम जैसे महत्वपूर्ण खनिजों में सहयोग को बढ़ावा देने की दिशा में चर्चा होगी। साथ ही भारत के यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) को सेंट्रल बैंक ऑफ नामीबिया से जोड़ने के लिए भी समझौता प्रस्तावित है।

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