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पीएम मोदी की मां के अपमान पर सीएम योगी आदित्यनाथ की पहली प्रतिक्रिया, कहा- 'भारतवासी कभी भी अपमान नहीं सहेंगे'

पीएम मोदी की मां के अपमान पर सीएम योगी आदित्यनाथ की पहली प्रतिक्रिया, कहा- 'भारतवासी कभी भी अपमान नहीं सहेंगे'

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की माता के खिलाफ बिहार में राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस के मंच से की गई आपत्तिजनक टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया दी है।

Yogi Adityanath Statement: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां के अपमान के मामले में अपनी पहली प्रतिक्रिया दी है। हाल ही में बिहार में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) के मंच से पीएम मोदी की मां के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की गई थी, जिस पर सीएम योगी ने कड़ा संदेश दिया है।

योगी आदित्यनाथ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व ट्विटर) पर लिखा कि मां पूजनीय और वरेण्य हैं। वे संस्कृति की पालक और संस्कारों की संवाहक हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर उनकी पूज्य माता जी के संस्कारों और संघर्षों का प्रभाव है, जो उन्हें देश की माताओं और बहनों की पीड़ा को दूर करने के लिए लगातार कार्य करने की प्रेरणा देता है।

सीएम योगी - 'भारतवासी कभी भी अपमान नहीं सहेंगे'

योगी ने अपने पोस्ट में कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की मां के संस्कारों और शिक्षा के कारण ही वे देश में मातृशक्ति के सम्मान और कल्याण के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने आगे लिखा: उज्ज्वला योजना, आयुष्मान भारत, स्वच्छ भारत अभियान, पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना, पीएम श्री स्कूल और पीएम आवास जैसी युगांतरकारी योजनाएं इसी कल्याणकारी संकल्प का परिणाम हैं।

सीएम ने स्पष्ट किया कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में मां भारती की बेटियों का जीवन सम्मान और सुविधा से भरपूर हुआ है। भारत में मां का स्थान सर्वोच्च है और हमेशा रहेगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि भारतवासी कभी भी मां का अपमान सहन नहीं करेंगे। यह मामला राजनीतिक और सामाजिक दोनों ही स्तरों पर चर्चा का विषय बन गया है। बिहार में हुई यह घटना न केवल राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप को जन्म दे रही है, बल्कि देश में माताओं और बुजुर्गों के सम्मान को लेकर भी संवेदनशील बहस को उजागर कर रही है। 

राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि योगी आदित्यनाथ की प्रतिक्रिया इस संदेश को स्पष्ट करती है कि माता-पिता और मातृशक्ति के सम्मान के खिलाफ किसी भी प्रकार की टिप्पणी अस्वीकार्य है। इस मामले ने सोशल मीडिया पर भी जोर पकड़ लिया है और लोग देश के परंपरागत संस्कारों और मूल्य पर बहस कर रहे हैं।

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