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फरीदाबाद स्कूलों में शुरू नए वोकेशनल कोर्स, छात्रों को मिलेगा बैंकिंग, IT और ब्यूटी ट्रेनिंग का मौका

फरीदाबाद स्कूलों में शुरू नए वोकेशनल कोर्स, छात्रों को मिलेगा बैंकिंग, IT और ब्यूटी ट्रेनिंग का मौका

फरीदाबाद के सरकारी स्कूलों में नए वोकेशनल कोर्स शुरू होंगे। छात्रों को ब्यूटी, रिटेल, बैंकिंग और IT जैसे कौशल सिखाए जाएंगे। इस पहल से स्कूली शिक्षा के बाद छात्र आत्मनिर्भर बन सकेंगे।

UP: फरीदाबाद के सरकारी स्कूलों में अब छात्र न केवल शैक्षिक ज्ञान, बल्कि व्यवसायिक कौशल भी सीख सकेंगे। मॉडल संस्कृति, पीएम श्री और वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों में नए वोकेशनल कोर्स शुरू किए जा रहे हैं। यह पहल छात्रों को स्कूली शिक्षा के बाद आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से की जा रही है।

जिला शिक्षा विभाग ने 55 स्कूलों में स्किल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस स्थापित किए हैं। इन केंद्रों में पहले से ब्यूटी एंड वेलनेस और रिटेल कोर्स संचालित हो रहे हैं। अब बैंकिंग, इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी और फिजिकल एक्टिविटी ट्रेनर जैसे नए कोर्स भी शामिल किए जाएंगे।

स्कूलों में व्यवसायिक कौशल का समावेश

सरकारी स्कूलों में छात्रों को शिक्षा के साथ-साथ व्यवसायिक कौशल का प्रशिक्षण दिया जाएगा। शिक्षा निदेशालय ने स्कूलों को आदेश जारी कर छात्रों और अध्यापकों की संख्या, सुविधाओं और अन्य जानकारी साझा करने को कहा है। इससे यह सुनिश्चित होगा कि नए कोर्स सुचारू रूप से शुरू हो सकें।

फरीदाबाद और बल्लभगढ़ ब्लॉक के 55 राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक, पीएम श्री तथा मॉडल संस्कृति स्कूलों में स्किल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाए गए हैं। इनमें पहले से ब्यूटी एंड वेलनेस और रिटेल कोर्स चल रहे हैं। अब शिक्षा विभाग ने नए कोर्स के लिए तैयारी शुरू कर दी है।

नए कोर्स: बैंकिंग, IT और फिजिकल एक्टिविटी ट्रेनिंग

छात्र अब बैंकिंग, इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी और फिजिकल एक्टिविटी ट्रेनर जैसे कोर्स भी सीख सकेंगे। 19 अगस्त को शिक्षा निदेशालय ने स्कूलों को पत्र जारी कर नए कोर्स के संचालन की जानकारी दी। इस कदम से छात्रों को स्कूली शिक्षा के साथ-साथ व्यावसायिक कौशल भी प्राप्त होगा।

समयपुर स्थित पीएम श्री राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में शैक्षणिक सत्र 2025-26 में ब्यूटी एंड वेलनेस कोर्स पहले ही शुरू किया जा चुका है। वहीं, पीएम श्री राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय तिगांव में बैंकिंग और ब्यूटी वेलनेस कोर्स छात्रों के लिए उपलब्ध होंगे।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति और कौशल विकास

राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) के तहत सरकारी स्कूलों को कौशल में उत्कृष्टता के केंद्र के रूप में नामित किया गया है। इसका उद्देश्य है कि छात्र स्कूली शिक्षा के बाद अपने हुनर के दम पर आत्मनिर्भर बन सकें।

इस पहल के तहत छात्रों को विभिन्न व्यवसायिक और तकनीकी कौशल सिखाए जाएंगे। इससे न केवल उनकी नौकरी पाने की संभावनाएं बढ़ेंगी बल्कि वे छोटे व्यवसाय या स्टार्टअप शुरू करने में भी सक्षम होंगे।

अध्यापकों और संसाधनों की तैयारी

प्रधानाचार्य रूप किशोर ने बताया कि टीचर्स की संख्या कम होने के कारण दूसरे स्कूलों के अध्यापक अतिरिक्त कक्षाएं लेकर छात्रों को प्रशिक्षण देंगे। छात्रों की मांग पर नए कोर्स शुरू किए जा रहे हैं, ताकि वे अपनी रुचि अनुसार कोर्स चुन सकें और भविष्य में कैरियर बनाने के लिए तैयार हों।

शिक्षा विभाग की यह पहल छात्रों के आत्मनिर्भर बनने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। छात्रों को अब स्कूल के भीतर ही विभिन्न व्यावसायिक क्षेत्रों का अनुभव और कौशल सीखने का अवसर मिलेगा।

छात्रों के लिए लाभ और भविष्य की संभावनाएं

नए वोकेशनल कोर्स से छात्र अपनी रुचि और क्षमता के अनुसार कोर्स चुन सकेंगे। यह कोर्स उन्हें नौकरी पाने, व्यवसाय शुरू करने और अपनी आर्थिक स्थिति सुधारने में मदद करेंगे। छात्र शिक्षा के साथ-साथ व्यावसायिक कौशल सीखकर आत्मनिर्भर बन सकेंगे।

ब्यूटी एंड वेलनेस, रिटेल, बैंकिंग, IT और फिजिकल एक्टिविटी ट्रेनर जैसे कोर्स से छात्रों की पेशेवर दक्षता बढ़ेगी। इस पहल के जरिए सरकारी स्कूलों में शिक्षा का स्तर केवल अकादमिक ज्ञान तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि छात्रों को व्यावहारिक और व्यवसायिक कौशल भी मिलेगा।

शिक्षा विभाग की भूमिका और समर्थन

फरीदाबाद जिला शिक्षा विभाग छात्रों को शिक्षा और व्यवसायिक प्रशिक्षण दोनों के लिए संसाधन उपलब्ध करवा रहा है। शिक्षा निदेशालय ने स्कूलों से आवश्यक जानकारी मांगी है और शिक्षक एवं छात्रों की संख्या, सुविधाओं के अनुसार कोर्स की रूपरेखा तैयार की जा रही है।

सहायक परियोजना समन्वयक सुरेश कुमार के अनुसार यह पहल छात्रों के स्कूली शिक्षा के बाद रोजगार और व्यवसाय के अवसर बढ़ाने में मदद करेगी। छात्रों को अब शिक्षा और कौशल दोनों का लाभ मिलेगा।

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