भारत के स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी लक्ष्य सेन का फ्रेंच ओपन सुपर 750 अभियान निराशाजनक रूप से समाप्त हुआ। हाल ही में शानदार फॉर्म में नज़र आए लक्ष्य सेन को आयरलैंड के नहत एनगुएन (Nhat Nguyen) के खिलाफ पहले ही दौर में हार का सामना करना पड़ा।
स्पोर्ट्स न्यूज़: 21 अक्टूबर को पेरिस में आयोजित फ्रेंच ओपन सुपर 750 के पहले दौर में भारत के लक्ष्य सेन को मेंस सिंगल्स टूर्नामेंट में आयरलैंड के नहत गुयेन के हाथों हार का सामना करना पड़ा। लक्ष्य सेन हाल ही में हांगकांग ओपन के फाइनल में पहुंचने में सफल रहे थे और पिछले हफ्ते डेनमार्क ओपन में गुयेन को हराकर अच्छी फॉर्म में थे। लेकिन फ्रेंच ओपन में वह अपनी पिछली सफलता को दोहरा नहीं पाए। पहले दौर के इस मैच में सेन को 7-21, 16-21 से हार का सामना करना पड़ा और पूरे मैच के दौरान वे काफी दबाव में नजर आए।
पहले सेट में दबाव में दिखे लक्ष्य सेन
मैच की शुरुआत से ही लक्ष्य सेन लय हासिल करने के लिए संघर्ष करते नज़र आए। एनगुएन ने आक्रामक खेल दिखाते हुए तेजी से बढ़त बनाई, जबकि लक्ष्य अपने शॉट्स पर नियंत्रण नहीं रख सके। पहले गेम में वह बार-बार शॉट नेट या लाइन से बाहर मारते रहे। शुरुआती स्कोर में ही वह 2-7 से पिछड़ गए थे। ब्रेक तक एनगुएन 11-5 की मजबूत बढ़त बना चुके थे।
लक्ष्य ने वापसी की कोशिश जरूर की, लेकिन एनगुएन ने अपनी सटीक स्मैश और नेट प्ले के दम पर स्कोर को तेजी से 19-7 तक पहुंचा दिया। अंत में एक शानदार क्रॉस-कोर्ट विनर के साथ एनगुएन ने पहला सेट आसानी से 21-7 से अपने नाम कर लिया।
दूसरे सेट में भी नहीं मिली सफलता
दूसरे सेट में भी लक्ष्य सेन की शुरुआत कमजोर रही। वह शुरुआती अंकों में ही 1-6 से पीछे हो गए। हालांकि, उन्होंने अंतर को घटाकर 4-6 किया, लेकिन लगातार अनफोर्स्ड एरर्स ने उन्हें आगे बढ़ने नहीं दिया। एनगुएन ने शानदार नेट ड्रॉप्स और सटीक कोर्ट कवरेज के साथ ब्रेक तक 11-5 की बढ़त बनाए रखी।लक्ष्य ने दूसरे सेट के मध्य में वापसी की कोशिश करते हुए स्कोर 11-15 तक पहुंचाया, लेकिन निर्णायक मौकों पर उनके गलत शॉट्स ने मैच का रुख पलट दिया। अंततः एनगुएन ने दूसरा सेट 21-16 से जीतकर मुकाबला अपने नाम किया।
यह हार लक्ष्य सेन के लिए एक बड़ा झटका मानी जा रही है, क्योंकि हाल ही में उन्होंने हांगकांग ओपन 2025 के फाइनल में जगह बनाई थी और शानदार प्रदर्शन किया था। इसके अलावा, उन्होंने डेनमार्क ओपन में भी नहत एनगुएन को हराया था। इसलिए फ्रेंच ओपन में उनसे बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद थी।हालांकि, इस हार ने एक बार फिर यह संकेत दिया कि लक्ष्य को अपनी कंसिस्टेंसी और शॉट चयन पर काम करने की जरूरत है। अंतरराष्ट्रीय सर्किट पर लगातार दबाव में खेलने की वजह से मानसिक दृढ़ता (mental resilience) और निर्णय क्षमता (decision making) पर भी सुधार की आवश्यकता दिखी है।
भारतीय बैडमिंटन के लिए मिली राहत — मिक्स्ड डबल्स में जीत
जहां लक्ष्य सेन की हार ने भारतीय फैंस को निराश किया, वहीं मिक्स्ड डबल्स में अच्छी खबर आई। भारतीय जोड़ी रोहन कपूर और जी रुत्विका शिवानी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए दूसरे दौर में प्रवेश किया। उन्होंने यूक्रेन की जोड़ी ओलेक्सी टिटोव और येवहेनिया कांटेमयर को सिर्फ 32 मिनट चले मुकाबले में 21-12, 21-19 से हराया।
रोहन और रुत्विका ने शुरुआत से ही आक्रामक रुख अपनाया और स्मैश व नेट ड्राइव्स से विपक्षी जोड़ी पर दबाव बनाए रखा। दूसरे सेट में भले ही मुकाबला थोड़ा करीबी रहा, लेकिन भारतीय जोड़ी ने संयम नहीं खोया और निर्णायक अंक जीतते हुए अगले दौर में जगह बना ली।