प्रो कबड्डी लीग (PKL) 2025 के 12वें सीजन में तमिल थलाइवाज ने शुक्रवार को सवाई मानसिंह इंडोर स्टेडियम में खेले गए मुकाबले में बंगाल वारियर्स को 46-36 के बड़े अंतर से हराकर जीत की पटरी पर वापसी की।
स्पोर्ट्स न्यूज़: कप्तान पवन सहरावत के बिना ही तमिल थलाइवाज ने सवाई मानसिंह इंडोर स्टेडियम में शुक्रवार को खेले गए प्रो कबड्डी लीग के 12वें सीजन के 30वें मुकाबले में शानदार प्रदर्शन किया। टीम ने बंगाल वारियर्स को 46-36 के बड़े अंतर से हराकर जीत दर्ज की। लगातार दो हार के बाद थलाइवाज को आखिरकार जीत का स्वाद मिला, जबकि बंगाल वारियर्स को लगातार चौथे मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा। इस जीत ने थलाइवाज का मनोबल बढ़ा दिया है और टीम ने बेहतरीन रणनीति के साथ मैदान पर कब्जा किया।
कप्तान पवन सहरावत के बिना भी थलाइवाज ने दिखाया दम
इस मैच में थलाइवाज के कप्तान पवन सहरावत की गैरमौजूदगी में अन्य खिलाड़ियों ने जिम्मेदारी उठाई और टीम को जीत दिलाई। अर्जुन देसवाल ने 17 अंक लेकर टीम को जीत की राह दिखाई। इसके अलावा नरेंद्र कंडोला ने 7 अंक, और डिफेंस में रौनक (4), आशीष (3) और हिमांशु (3) ने शानदार प्रदर्शन किया।बंगाल वारियर्स के लिए देवांक दलाल ने 13 अंक अर्जित किए, जबकि अंकित ने डिफेंस से दो अंक लिए। थलाइवाज ने 25 रेड प्वाइंट और 15 डिफेंस पॉइंट के साथ इस सीजन में अपनी दूसरी जीत पक्की की।
हाफ टाइम तक थलाइवाज को 23-11 की बड़ी लीड मिली थी। इसके कारण बंगाल की टीम पहले से ही दबाव में नजर आ रही थी। थलाइवाज ने अपनी कड़ी डिफेंस और तेज रेडिंग के दम पर स्कोर में बढ़त बनाए रखी।
मुकाबले का दूसरा हाफ रहा रोमांचक
हाफ टाइम के बाद बंगाल वारियर्स ने देवांक की कप्तानी में वापसी की कोशिश की। उन्होंने सुपर टैकल में 2 शिकार किए और थलाइवाज को ऑलआउट की ओर धकेला। बंगाल ने अगले पांच मिनट में चार के मुकाबले 10 अंक लेकर स्कोर 18-26 कर लिया। 30 मिनट के बाद थलाइवाज स्कोर 33-22 से आगे थे। जैन कुन ली के बोनस पॉइंट और अर्जुन देसवाल के सेल्फ आउट के बावजूद टीम ने लीड बरकरार रखी। रौनक ने देवांक को रिवाइव किया, लेकिन बंगाल के डिफेंस में कमजोर प्रदर्शन और थलाइवाज की रणनीति के कारण अंतर घट नहीं सका।
37वें मिनट में बंगाल को एक और सुपर टैकल का मौका मिला, लेकिन देवांक रिवाइव होकर आए और डिफेंस में आउट हो गए। इस प्रयास से उनकी हताशा और बंगाल के डिफेंस की कमजोरी साफ झलक रही थी। थलाइवाज ने आखिरी ऑल आउट के साथ मुकाबला पूरी तरह से अपने नाम कर लिया।