पटना में तेज रफ्तार ट्रक ने गंगाजल लेने जा रहे दो कांवड़ियों को कुचल दिया, जिससे उनकी मौत हो गई। दो घायल हुए। हादसे के बाद लोगों ने सड़क जाम कर प्रदर्शन किया।
Patna: सावन की पवित्र कांवड़ यात्रा के दौरान मंगलवार की सुबह पटना में एक हृदयविदारक हादसा हुआ, जिसमें गंगाजल लेने जा रहे दो युवाओं की मौके पर ही मौत हो गई और दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। यह हादसा बैरिया बस स्टैंड के पास हुआ, जहां एक तेज रफ्तार हाईवा ट्रक ने बाइक सवार कांवड़ियों को कुचल दिया। हादसे की खबर मिलते ही इलाके में उपद्रव और आक्रोश फैल गया। स्थानीय लोगों ने पटना-मसौढ़ी मुख्य मार्ग को जाम कर प्रदर्शन और आगजनी शुरू कर दी। प्रशासन और पुलिस को हालात पर काबू पाने के लिए चार थानों की फोर्स मौके पर भेजनी पड़ी।
श्रद्धा की यात्रा में हादसे का साया
मारे गए दोनों कांवड़िए गौरीचक थाना क्षेत्र के चिपुरा कला गांव के रहने वाले थे। मृतकों की पहचान 20 वर्षीय नीरज कुमार (पिता - सुनील राय) और 23 वर्षीय बबलू कुमार (पिता - पप्पू सिंह) के रूप में हुई है। दोनों सावन के अवसर पर बाइक से गंगाजल लेने पटना के गायघाट जा रहे थे। जब वे बैरिया बस स्टैंड के पास पहुंचे, तभी तेज रफ्तार हाईवा ट्रक ने बाइक को जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भयंकर थी कि दोनों युवाओं ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। बाइक पर सवार अन्य दो युवक, जो उसी गांव से थे, गंभीर रूप से घायल हो गए हैं और उन्हें नजदीकी निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
सड़क पर गुस्से का विस्फोट, जाम और आगजनी
हादसे की खबर फैलते ही स्थानीय लोगों की भीड़ घटनास्थल पर उमड़ पड़ी। हादसे से गुस्साए ग्रामीणों ने पटना-मसौढ़ी मार्ग को बैरिया मोड़ के पास जाम कर दिया। उन्होंने टायर जलाकर प्रदर्शन शुरू किया और प्रशासन से मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने की मांग की। जाम के कारण करीब डेढ़ किलोमीटर लंबा ट्रैफिक जाम लग गया और यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। अस्थायी रूप से क्षेत्र में तनावपूर्ण माहौल बन गया।
चार थानों की पुलिस ने संभाला मोर्चा
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने गोपालपुर, गौरीचक, परसा बाजार और रामकृष्ण नगर थानों की पुलिस को घटनास्थल पर भेजा। गोपालपुर थानाध्यक्ष चंदन ठाकुर ने मीडिया से बात करते हुए दो कांवड़ियों की मौत की पुष्टि की और बताया कि ट्रक चालक मौके से फरार हो गया है। पुलिस ने हाईवा ट्रक को जब्त कर लिया है और चालक की तलाश शुरू कर दी है। स्थानीय अधिकारियों ने प्रदर्शन कर रहे लोगों को शांत कराने का प्रयास किया और मृतकों के परिजनों को हरसंभव सहायता और सरकारी मुआवजे का भरोसा दिलाया।
श्रद्धालुओं की सुरक्षा पर उठे सवाल
इस दर्दनाक घटना ने कांवड़ यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। सावन के महीने में हर वर्ष हजारों की संख्या में कांवड़िए गंगाजल लाने के लिए सड़कों पर निकलते हैं। ऐसे में यातायात व्यवस्था, स्पीड कंट्रोल और सुरक्षा उपायों की अनदेखी इस तरह की घटनाओं को जन्म देती है। स्थानीय लोगों ने प्रशासन पर आरोप लगाया कि इस मार्ग पर तेज रफ्तार भारी वाहनों की आवाजाही पर रोक नहीं लगाई जाती, जिससे हर साल कई दुर्घटनाएं होती हैं। उन्होंने मांग की कि सावन जैसे अवसरों पर खासकर कांवड़ मार्गों को वाहन मुक्त या नियंत्रित किया जाए।
प्रशासन की प्रतिक्रिया और अगली कार्रवाई
पटना प्रशासन की ओर से बताया गया है कि मृतकों के परिवार को आपदा राहत कोष से त्वरित मुआवजा दिया जाएगा। साथ ही, ट्रक चालक की गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम गठित की गई है। घायलों का इलाज निजी अस्पताल में जारी है और उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। प्रशासन ने यह भी आश्वासन दिया कि भविष्य में कांवड़ यात्रा मार्गों पर विशेष यातायात और सुरक्षा व्यवस्था लागू की जाएगी, ताकि इस तरह की दुर्घटनाएं दोबारा न हों।