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सावन में सोमवार और शनिवार को कई जिलों में स्कूल रहेंगे बंद, उज्जैन से लेकर यूपी तक आदेश जारी

सावन में सोमवार और शनिवार को कई जिलों में स्कूल रहेंगे बंद, उज्जैन से लेकर यूपी तक आदेश जारी

सावन महीने के दौरान धार्मिक गतिविधियों और कांवड़ यात्रा की वजह से उज्जैन और उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों में स्कूलों को बंद रखने का आदेश जारी किया गया है। उज्जैन में हर सोमवार को छुट्टी रहेगी, जबकि यूपी के कुछ जिलों में शनिवार और सोमवार दोनों दिन स्कूल बंद रहेंगे। बच्चों की पढ़ाई पर असर न पड़े, इसके लिए रविवार को क्लास लगाने का निर्देश भी दिया गया है।

उज्जैन में हर सोमवार स्कूल बंद, रविवार को भरपाई

मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले में 14 जुलाई से 19 अगस्त तक हर सोमवार को स्कूलों में छुट्टी रहेगी। यह आदेश जिले के कलेक्टर रोशन कुमार सिंह ने सावन में महाकाल मंदिर में बढ़ने वाली भीड़ और कांवड़ यात्रा को देखते हुए जारी किया है। आदेश के अनुसार, सरकारी और निजी दोनों तरह के स्कूलों पर यह नियम लागू होगा।

हालांकि, इन छुट्टियों की भरपाई के लिए स्कूलों को रविवार को कक्षाएं चलानी होंगी। यानी सोमवार की छुट्टी की जगह रविवार को क्लास चलेगी। स्कूलों को निर्देश दिया गया है कि वे पहले से टाइम टेबल तैयार करके छात्रों और अभिभावकों को जानकारी दें, ताकि पढ़ाई का नुकसान न हो।

यूपी के कई जिलों में शनिवार और सोमवार को छुट्टी

उज्जैन की तरह उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों में भी सावन के दौरान स्कूल बंद रखने का निर्णय लिया गया है। बदायूं, बरेली और वाराणसी में हर शनिवार और सोमवार को स्कूल बंद रहेंगे। हालांकि यहां सिर्फ छात्रों को छुट्टी मिलेगी, जबकि स्कूल के शिक्षक और अन्य स्टाफ को काम पर आना होगा।

प्रशासन का कहना है कि सावन के दौरान धार्मिक आयोजनों और कांवड़ यात्रा के चलते कई इलाकों में सड़कें जाम हो जाती हैं और बच्चों के स्कूल आने-जाने में परेशानी होती है। इसी वजह से यह फैसला लिया गया है, ताकि बच्चों की सुरक्षा बनी रहे और ट्रैफिक पर भी थोड़ा नियंत्रण रहे।

विपक्ष का विरोध, प्रशासन की सफाई

इस फैसले को लेकर कुछ विपक्षी दलों ने सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि यह फैसला धार्मिक झुकाव दिखाता है और सरकार को धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांतों का पालन करना चाहिए। उन्होंने इसे एक विशेष धर्म को बढ़ावा देने की नीति बताया है।

वहीं प्रशासन का कहना है कि यह पूरी तरह से एक प्रशासनिक निर्णय है, जिसका मकसद सिर्फ बच्चों की सुरक्षा और यातायात व्यवस्था को बनाए रखना है। सावन में महाकाल मंदिर और कांवड़ यात्राओं की वजह से शहरों में भारी भीड़ उमड़ती है, जिससे सामान्य आवागमन प्रभावित होता है। ऐसे में स्कूल बंद करना एक जरूरी कदम है।

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