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शाहजहांपुर के बाद अब गाजीपुर का नाम बदलने की मांग तेज, बीजेपी विधायक ने सीएम योगी को लिखा पत्र

शाहजहांपुर के बाद अब गाजीपुर का नाम बदलने की मांग तेज, बीजेपी विधायक ने सीएम योगी को लिखा पत्र

उत्तर प्रदेश में जिलों और शहरों के नाम बदलने की मांग एक बार फिर तेज हो गई है। बलिया जिले की बांसडीह विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक केतकी सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर गाजीपुर जिले का नाम बदलने की मांग की है।

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के बलिया जिले की बांसडीह विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक केतकी सिंह ने गाजीपुर जिले का नाम बदलने की मांग उठाई है। उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार से आग्रह किया है कि गाजीपुर का नाम बदलकर इसे महर्षि परशुराम के पिता महर्षि गौतम के नाम पर रखा जाए। सोमवार को इस बारे में जानकारी देते हुए विधायक केतकी सिंह ने बताया कि उन्होंने इस संबंध में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक पत्र भी लिखा है।

गाजीपुर का नाम बदलने की उठी मांग

विधायक केतकी सिंह ने कहा कि गाजीपुर का नाम आक्रांताओं की याद दिलाता है और इसे बदलना जरूरी है। उन्होंने कहा, मैं योगी आदित्यनाथ सरकार और केंद्र से अनुरोध करूंगी कि ऐसे सभी नाम बदले जाएं जो हमें हमारे कलंक की याद दिलाते हैं और आक्रांताओं का महिमामंडन करते हैं। ऐसे नामों को हटाकर महान व्यक्तित्वों और महापुरुषों के नाम पर जिले का नाम रखा जाना चाहिए। उन्होंने दावा किया कि गाजीपुर का इतिहास महर्षि गौतम से जुड़ा है और इसलिए जिले का नाम बदलकर उनके नाम पर रखना उचित होगा।

विधायक ने याद दिलाया कि पहले इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज किया गया था। इसी तरह, गाजीपुर को भी उसके ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व को देखते हुए नया नाम दिया जाना चाहिए। जब इलाहाबाद को प्रयागराज किया जा सकता है तो गाजीपुर का नाम बदलकर महर्षि गौतम के नाम पर क्यों नहीं रखा जा सकता?" – केतकी सिंह

आने वाली पीढ़ी को मिलेगी प्रेरणा

केतकी सिंह का कहना है कि नाम बदलने से सिर्फ ऐतिहासिक अस्मिता ही नहीं बचेगी, बल्कि आने वाली पीढ़ियों को भी प्रेरणा मिलेगी। जो देश अपना इतिहास भूल जाता है, वह भविष्य नहीं बना सकता। आने वाली पीढ़ियों को अपने मूल की जानकारी होनी चाहिए।" – उन्होंने कहा। पत्र में और मीडिया से बातचीत में भाजपा विधायक ने मुगलों के इतिहास पर भी सवाल उठाए। 

उन्होंने कहा, हमने किताबों में पढ़ा कि अकबर महान थे। लेकिन उनकी महानता लाखों हिंदुओं की लाशों पर लिखी गई थी। उनका कहना है कि अब समय आ गया है कि इतिहास और भूगोल में ऐसे बदलाव हों जो सच्चे नायकों और महापुरुषों को सम्मान दें।

शाहजहांपुर का मामला भी गरमाया था

इससे पहले मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता उमा भारती ने भी बरेली में शाहजहांपुर जिले का नाम बदलने की मांग उठाई थी। उन्होंने कहा था कि मुगल शासकों के नाम पर रखे गए जिलों और शहरों के नाम बदलकर उन्हें भारत की सांस्कृतिक विरासत से जोड़ा जाना चाहिए। हालांकि फिलहाल इस मामले पर विपक्ष की आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन माना जा रहा है कि समाजवादी पार्टी और कांग्रेस जैसे दल इस मांग का विरोध करेंगे। 

आमतौर पर विपक्ष का कहना रहा है कि नाम बदलने से विकास नहीं होता, बल्कि सरकार को रोजगार और बुनियादी सुविधाओं पर ध्यान देना चाहिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार ने पहले भी कई बड़े नाम बदलाव किए हैं। इलाहाबाद को प्रयागराज और फैजाबाद को अयोध्या कर दिया गया।

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