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सिकंदर रजा ने इंटरनेशनल क्रिकेट में रचा इतिहास, मुरलीधरन के रिकॉर्ड की बराबरी कर वीरेंद्र सहवाग को छोड़ा पीछे 

सिकंदर रजा ने इंटरनेशनल क्रिकेट में रचा इतिहास, मुरलीधरन के रिकॉर्ड की बराबरी कर वीरेंद्र सहवाग को छोड़ा पीछे 

जिम्बाब्वे के कप्तान सिकंदर रजा ने श्रीलंका के खिलाफ T20I में शानदार प्रदर्शन करते हुए 1347 विकेट लेने वाले मुथैया मुरलीधरन की बराबरी की और वीरेंद्र सहवाग को पीछे छोड़ते हुए 32वां प्लेयर ऑफ द मैच अवॉर्ड जीता।

Sports News: जिम्बाब्वे और श्रीलंका के बीच खेली जा रही तीन मैचों की T20I सीरीज के दूसरे मुकाबले में सिकंदर रजा ने शानदार प्रदर्शन करते हुए महफिल लूटी। कप्तान रजा के बेहतरीन गेंदबाजी और नेतृत्व की बदौलत जिम्बाब्वे ने श्रीलंका को 80 रन पर रोककर एक यादगार जीत दर्ज की। इस प्रदर्शन ने उन्हें इंटरनेशनल क्रिकेट में रिकॉर्ड बनाने का मौका भी दिया।

श्रीलंका की टीम का शर्मनाक प्रदर्शन

सीरीज के दूसरे मुकाबले में पहले बल्लेबाजी करते हुए श्रीलंका की टीम महज 80 रन पर ढेर हो गई। उन्होंने निर्धारित 20 ओवर भी पूरे नहीं किए और 17.4 ओवर में पवेलियन लौट गए। इस स्कोर को देखकर स्पष्ट था कि बल्लेबाजों का मध्यक्रम पूरी तरह ढह गया।

टीम में सबसे अधिक योगदान किया कामिल मिशारा ने 20 रन बनाकर, कप्तान चारिथ असलंका ने 18 रन बनाए और दाशुन सनाका ने 15 रन बनाए। बाकी सभी बल्लेबाज डबल डिजिट तक भी नहीं पहुँच पाए। यह स्कोर टी20I फॉर्मेट में श्रीलंका का दूसरा सबसे न्यूनतम स्कोर बन गया है। इससे पहले जून 2024 में उन्होंने साउथ अफ्रीका के खिलाफ 77 रन बनाए थे।

सिकंदर रजा की शानदार गेंदबाजी से जिम्बाब्वे की जीत

जिम्बाब्वे की जीत में सबसे बड़ा योगदान सिकंदर रजा का रहा। उन्होंने 4 ओवर में महज 11 रन देकर तीन विकेट झटके। उनके शिकार रहे कामिंदु मेंडिस, चारिथ असलंका और दुष्मंथा चमीरा। इस बेहतरीन प्रदर्शन के लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच का पुरस्कार मिला।

सिकंदर रजा ने अब तक T20I में 18वीं बार प्लेयर ऑफ द मैच अवॉर्ड अपने नाम किया है। यह उपलब्धि उन्हें दूसरे सबसे ज्यादा इस अवॉर्ड जीतने वाले खिलाड़ी के रूप में स्थापित करती है। इस मामले में टॉप पर मलेशिया के विरनदीप सिंह हैं, जिन्होंने 22 बार यह पुरस्कार जीता। वहीं, सूर्यकुमार यादव तीसरे नंबर पर हैं, जिन्होंने 16 बार प्लेयर ऑफ द मैच बने।

मुथैया मुरलीधरन के रिकॉर्ड के बराबर

इस मैच के साथ सिकंदर रजा ने इंटरनेशनल क्रिकेट में 32वां प्लेयर ऑफ द मैच अवॉर्ड अपने नाम कर लिया। इस उपलब्धि ने उन्हें वीरेंद्र सहवाग के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ने में मदद की। इसके साथ ही उन्होंने श्रीलंका के महान स्पिनर मुथैया मुरलीधरन की बराबरी कर ली, जिन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट में 1347 विकेट लिए थे।

सिकंदर रजा की यह उपलब्धि उन्हें जिम्बाब्वे क्रिकेट के इतिहास में भी यादगार बनाती है। उन्होंने लगातार अच्छे प्रदर्शन और जिम्मेदारी भरे नेतृत्व के दम पर टीम को जीत दिलाई और अपने व्यक्तिगत करियर को नई ऊँचाई दी।

रिकॉर्ड की तुलना

इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे ज्यादा प्लेयर ऑफ द मैच अवॉर्ड सचिन तेंदुलकर के नाम है, जिन्होंने 664 मैचों में 76 बार यह अवॉर्ड जीता। इसके बाद विराट कोहली 69 बार यह सम्मान पा चुके हैं। सिकंदर रजा ने अब 32 बार यह पुरस्कार जीतकर इस लिस्ट में अपनी जगह बनाई है।

इसके अलावा, मुथैया मुरलीधरन के 1347 विकेटों के बराबर पहुँचने के कारण रजा की गेंदबाजी भी इतिहास में दर्ज हो गई। इस उपलब्धि ने उन्हें न केवल जिम्बाब्वे क्रिकेट का हीरो बनाया बल्कि विश्व क्रिकेट में भी उनकी पहचान को और मजबूत किया।

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