शिवसेना (UBT) सांसद संजय राउत ने पीएम मोदी को चिट्ठी लिखकर भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच पर आपत्ति जताई। उन्होंने कहा, शहीदों के खून के बीच क्रिकेट खेलना अमानवीय है।
Sanjay Raut: शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के सांसद संजय राउत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक चिट्ठी लिखकर भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट मैच पर कड़ा विरोध जताया है। उन्होंने इसे अमानवीय कदम बताया और कहा कि जब तक देश के सैनिकों का खून सूखा नहीं है और पीड़ित परिवारों के आंसू थमे नहीं हैं, तब तक पाकिस्तान के साथ किसी भी प्रकार का खेल संबंध नहीं होना चाहिए।
पहलगाम हमले का जिक्र
संजय राउत ने अपनी चिट्ठी में लिखा कि पहलगाम हमले में शहीद हुए जवानों के परिवार आज भी दर्द में हैं। उनके आंसू अभी तक नहीं थमे हैं। ऐसे समय में एशिया कप में पाकिस्तान के साथ क्रिकेट खेलना उन शहीदों और उनके परिवारों के जख्मों पर नमक छिड़कने जैसा है।
राउत ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी खुद यह बात कह चुके हैं कि खून और पानी एक साथ नहीं बह सकते। अब सवाल यह है कि अगर खून और पानी एक साथ नहीं बह सकते तो खून और क्रिकेट कैसे एक साथ बह सकते हैं।
पीएम मोदी को लिखी चिट्ठी में क्या-क्या बोले संजय राउत
संजय राउत ने अपनी चिट्ठी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर भी शेयर की। उन्होंने लिखा कि प्रधानमंत्री जी, यह फैसला देश के करोड़ों लोगों की भावनाओं के खिलाफ है। पहलगाम हमले के जख्म अभी भरे नहीं हैं और पाकिस्तान के साथ क्रिकेट खेलने का यह कदम न केवल अमानवीय है, बल्कि शहीदों के बलिदान का भी अपमान है।
केंद्र सरकार पर सवाल
संजय राउत ने अपनी चिट्ठी में यह भी लिखा कि मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक केंद्र सरकार ने एशिया कप में भारत-पाकिस्तान मैच को हरी झंडी दी है। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या यह फैसला प्रधानमंत्री और गृह मंत्रालय की मंजूरी के बिना लिया जा सकता था।
उन्होंने आगे कहा कि पाकिस्तान के साथ क्रिकेट मैचों के दौरान बड़े पैमाने पर सट्टेबाजी और ऑनलाइन जुआ खेला जाता है। इसमें कुछ राजनीतिक लोगों के नाम भी सामने आते हैं। उन्होंने संकेत देते हुए कहा कि क्रिकेट बोर्ड के प्रमुख जय शाह का संबंध भी सत्ताधारी दल से है, जिससे इस फैसले पर और सवाल खड़े होते हैं।
सैनिकों के शौर्य का अपमान बताया
संजय राउत ने प्रधानमंत्री से कहा कि पाकिस्तान के साथ क्रिकेट खेलना हमारे सैनिकों के शौर्य और शहादत का अपमान है। उन्होंने कहा कि कश्मीर की रक्षा के लिए श्यामा प्रसाद मुखर्जी और हजारों सैनिकों ने अपनी जान कुर्बान की है। ऐसे में दुश्मन देश के साथ क्रिकेट खेलकर हम उनके बलिदान की अनदेखी कर रहे हैं।
राउत ने कहा कि अगर यह मैच महाराष्ट्र में होते तो बालासाहेब ठाकरे की शिवसेना इन्हें कभी नहीं होने देती। उन्होंने आरोप लगाया कि मौजूदा सरकार हिंदुत्व और देशभक्ति की बजाय पाकिस्तान के साथ संबंधों को प्राथमिकता दे रही है।
"खून और क्रिकेट" पर उठे सवाल
संजय राउत की चिट्ठी का सबसे अहम हिस्सा वह पंक्ति है जिसमें उन्होंने लिखा है – अब, क्या खून और क्रिकेट एक साथ बहेंगे। यह सवाल देश के हर नागरिक के मन में गूंज रहा है। उनका कहना है कि जब तक पाकिस्तान आतंकवाद को बढ़ावा देता रहेगा और हमारे सैनिकों की शहादत होती रहेगी, तब तक खेल के मैदान पर दोस्ती का संदेश देना सही नहीं है।