सोलापुर में एनसीपी विधायक संग्राम जगताप के दिवाली पर ‘हिंदू दुकानों से खरीदें’ बयान पर राष्ट्रीय अध्यक्ष अजित पवार नाराज हुए। विधायक को पार्टी ने सफाई देने के लिए शो कॉज नोटिस भेजा है।
सोलापुर: महाराष्ट्र के सोलापुर जिले में दिवाली से पहले राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के विधायक संग्राम जगताप ने हिंदू आक्रोश मोर्चा की सभा में हिंदुओं से अपील की कि वे दिवाली की खरीदारी केवल हिंदू दुकानदारों से ही करें। उनके इस बयान पर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजित पवार ने नाराजगी जताई और विधायक से स्पष्टीकरण मांगा।
विधायक के बयान पर पार्टी अध्यक्ष ने नाराजगी जताई
सोलापुर जिले में आयोजित हिंदू आक्रोश मोर्चा की सभा में विधायक संग्राम जगताप ने कहा, “मैं आप सभी से विनती करता हूं कि आप सिर्फ दिवाली के समय हिंदू व्यवसायियों की दुकानों से ही वस्तुएं खरीदें ताकि लाभ सिर्फ हिंदू व्यक्तियों तक पहुंचे।” यह बयान पार्टी की सेक्युलर छवि के विपरीत माना जा रहा है।
राष्ट्रीय अध्यक्ष अजित पवार ने इस बयान पर नाराजगी व्यक्त की और संग्राम जगताप को साफ-साफ निर्देश दिया कि वह पार्टी की विचारधारा के खिलाफ किसी भी प्रकार का बयान न दें। उन्होंने विधायक से स्पष्टीकरण मांगा कि उन्होंने ऐसा बयान क्यों दिया।
संग्राम जगताप के बयान से पार्टी की छवि प्रभावित
संग्राम जगताप एनसीपी से तीन टर्म के विधायक हैं और अहिल्यानगर शहर से लगातार जीतते आए हैं। वे पार्टी के पुराने और लोकप्रिय नेताओं में से एक हैं। हालांकि, हाल के दिनों में उनके बयान पार्टी की पारंपरिक सेक्युलर विचारधारा और सामाजिक न्याय की फुले-शाहू-आंबेडकर दृष्टिकोण से हटकर दिखाई दे रहे हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे बयान पार्टी की छवि और वोट बैंक पर असर डाल सकते हैं। एनसीपी के समर्थक और सेक्युलर मतदाता इस प्रकार के भाषणों से असंतुष्ट हो सकते हैं, जिससे आगामी चुनावों में पार्टी को नुकसान उठाना पड़ सकता है।
पार्टी ने विधायक को भेजा शो कॉज नोटिस
अजित पवार ने संग्राम जगताप को औपचारिक रूप से शो कॉज नोटिस भेजा है। पार्टी ने स्पष्ट किया कि एनडीए गठबंधन केवल राजनीतिक गठबंधन है, वैचारिक नहीं। किसी भी नेता द्वारा पार्टी की विचारधारा के खिलाफ बयान देना स्वीकार्य नहीं है।
पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि यह कार्रवाई संगठन के अनुशासन और पार्टी की सेक्युलर पहचान को बनाए रखने के लिए आवश्यक थी। पार्टी यह संदेश देना चाहती है कि किसी भी सदस्य को साम्प्रदायिक आधार पर विवादित बयान देने की अनुमति नहीं है।
संग्राम जगताप बयान से बढ़ी सियासी हलचल
संग्राम जगताप का बयान और उसके बाद अजित पवार की प्रतिक्रिया ने सोलापुर जिले में राजनीतिक हलचल बढ़ा दी है। यह विवाद यह दिखाता है कि राजनीतिक नेताओं को व्यक्तिगत विचार और पार्टी की विचारधारा में संतुलन बनाए रखना कितना जरूरी है।
विशेषज्ञों का कहना है कि पार्टी की सेक्युलर छवि पर हमला सीधे तौर पर वोट बैंक को प्रभावित कर सकता है। इसलिए संगठन की यह त्वरित कार्रवाई भविष्य में किसी भी अनुचित बयान से बचने की चेतावनी के रूप में देखी जा रही है।