Columbus

सरकारी शिक्षकों के लिए खुशखबरी, दशहरा और दिवाली से पहले मिलेगा वेतन

सरकारी शिक्षकों के लिए खुशखबरी, दशहरा और दिवाली से पहले मिलेगा वेतन

बिहार शिक्षा विभाग ने बड़ा कदम उठाया है। करीब 40,000 शिक्षकों को दशहरा और दीपावली से पहले वेतन मिलने जा रहा है। HRMS पोर्टल अपडेट और तकनीकी खामियों को दूर कर भुगतान प्रक्रिया एक सप्ताह में पूरी होगी।

Bihar Education: बिहार के विभिन्न जिलों में कार्यरत करीब 40,000 शिक्षकों के लिए अच्छी खबर है। लंबे समय से वेतन भुगतान की समस्या से जूझ रहे इन शिक्षकों को अब राहत मिलने वाली है। शिक्षा विभाग की ओर से आदेश जारी कर दिया गया है कि आगामी त्योहारों—दशहरा, दिवाली और छठ से पहले इनका वेतन भुगतान शुरू किया जाएगा। इस निर्णय से लगभग 6000 टीआरई-3 शिक्षक, 29,000 प्रधान शिक्षक और 5000 प्रधानाध्यापक लाभान्वित होंगे।

मुजफ्फरपुर के 1300 शिक्षक भी होंगे शामिल

इस पहल से केवल राज्य स्तर पर ही नहीं बल्कि जिले स्तर पर भी शिक्षकों को राहत मिलेगी। मुजफ्फरपुर जिले के करीब 1300 शिक्षकों को भी इसका लाभ मिलेगा। ये सभी शिक्षक ज्वाइनिंग के बाद भी भुगतान से वंचित थे, लेकिन अब उनके लिए खुशखबरी है।

ज्वाइनिंग के बाद भी भुगतान न होने की समस्या

शिक्षकों की सबसे बड़ी परेशानी यह थी कि योगदान (Joining) देने के बाद भी उन्हें वेतन नहीं मिल पा रहा था। शिक्षा विभाग ने इस पर संज्ञान लिया और सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों (DEO) और जिला कार्यक्रम पदाधिकारियों (DPO Establishment) को आदेश जारी किया है कि वे तुरंत भुगतान की प्रक्रिया सुनिश्चित करें।

पहले से आवंटित PRAN नंबर

शिक्षा विभाग के सचिव दिनेश कुमार के मुताबिक नवनियुक्त प्रधान शिक्षक और प्रधानाध्यापकों में से अधिकांश को पहले से ही PRAN नंबर आवंटित है। कई शिक्षकों का HRMS पोर्टल पर ऑनबोर्डिंग भी हो चुका है। ऐसे में इन शिक्षकों का भुगतान शुरू करना मुश्किल नहीं होगा।

HRMS पोर्टल पर करना होगा अपडेट

जिन शिक्षकों का भुगतान अब तक रुका हुआ है, उनके लिए HRMS पोर्टल पर जरूरी अपडेट करना होगा। इसके लिए कन्वर्जन मॉड्यूल में जाकर पहले उन्हें Inactive किया जाएगा और फिर नए पद पर योगदान से जुड़ी जानकारी अपडेट करनी होगी। इसके बाद उसी मॉड्यूल में उन्हें नए जिले में Active करना होगा। इस प्रक्रिया के पूरा होते ही वेतन भुगतान शुरू हो जाएगा।

एक सप्ताह में पूरी होगी प्रक्रिया

सचिव ने सभी जिलों को आदेश दिया है कि यह पूरी प्रक्रिया एक सप्ताह के भीतर पूरी कर ली जाए। उन्होंने यह भी कहा कि जो शिक्षक पहले नियोजित थे और अब प्रधान शिक्षक या प्रधानाध्यापक बने हैं, उनका पहले PRAN Generate करना होगा। इसके बाद HRMS पोर्टल पर उनका ऑनबोर्डिंग किया जाएगा।

तकनीकी कारणों से अटके वेतन

शिक्षकों के वेतन रुकने की सबसे बड़ी वजह तकनीकी खामियां रही हैं। कई शिक्षकों के शैक्षणिक और प्रशैक्षणिक प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, पैन कार्ड, बैंक खाता और BPSC चयन से जुड़े कागजात अभी तक ई-शिक्षाकोष पोर्टल पर अपलोड नहीं किए गए थे। यही कारण था कि उनका वेतन प्रोसेस नहीं हो पा रहा था।

डाटा मिसमैच भी बनी समस्या

एक और बड़ी समस्या जन्मतिथि और मोबाइल नंबर के मिसमैच की रही। HRMS पोर्टल पर सही डाटा न होने की वजह से ऑनबोर्डिंग की प्रक्रिया पूरी नहीं हो पा रही थी। इस पर शिक्षा विभाग ने स्पष्ट किया है कि जल्द ही इन समस्याओं को ठीक किया जाएगा।

शिक्षक संघ भी सक्रिय

परिवर्तनकारी प्रारंभिक शिक्षक संघ ने इस मुद्दे को गंभीरता से उठाया। संगठन के प्रमंडलीय प्रभारी लखन लाल निषाद ने बताया कि मुजफ्फरपुर समेत कई जिलों में शिक्षक वेतन से वंचित थे। संगठन ने जिला शिक्षा पदाधिकारी से मिलकर तकनीकी बाधाओं को दूर करने की मांग की।

कई जिलों में कंप्यूटर ऑपरेटर की कमी भी इस समस्या का कारण बनी। दस्तावेज अपलोड करने और डेटा अपडेट करने का काम समय पर नहीं हो पाया। सही मॉनिटरिंग की कमी के कारण स्थिति और बिगड़ गई। हालांकि अब प्रयास किया जा रहा है कि त्योहारों से पहले यह पूरी समस्या खत्म कर दी जाए।

Leave a comment