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Swiggy के शेयर में जबरदस्त तेजी: 30% तक बढ़ सकता है भाव, जानें बड़ा कारण

Swiggy के शेयर में जबरदस्त तेजी: 30% तक बढ़ सकता है भाव, जानें बड़ा कारण

स्विगी के शेयरों में तेजी आई है क्योंकि कंपनी ने FY24 की चौथी तिमाही से मार्केट शेयर रिकवरी शुरू कर दी है और क्विक कॉमर्स बिज़नेस में मजबूत ग्रोथ दिखा रही है। DAM कैपिटल ने स्टॉक का टारगेट प्राइस 515 रुपये तय किया है। साथ ही, 26 अगस्त 2025 से MSCI ग्लोबल स्टैंडर्ड इंडेक्स में शामिल होने से निवेशकों का भरोसा और बढ़ा है।

Swiggy Share Price: फूड डिलीवरी कंपनी स्विगी के शेयर हाल के दिनों में निवेशकों के लिए फायदेमंद साबित हुए हैं। फिलहाल कंपनी का मार्केट शेयर 43% है और FY24 की चौथी तिमाही से इसमें रिकवरी देखी जा रही है। ब्रोकरेज फर्म DAM कैपिटल का अनुमान है कि FY25–FY28 के बीच स्विगी की आय 28% CAGR से बढ़ेगी और FY28 तक कंपनी एडजस्टेड EBITDA प्रॉफिट में पहुंच जाएगी। खासकर क्विक कॉमर्स बिज़नेस Instamart को कंपनी के लंबे समय के ग्रोथ ड्राइवर के रूप में देखा जा रहा है। 26 अगस्त 2025 को MSCI ग्लोबल स्टैंडर्ड इंडेक्स में शामिल होना भी निवेशकों के विश्वास को मजबूत कर रहा है।

मार्केट शेयर की जंग में स्विगी 

अभी फूड डिलीवरी मार्केट में स्विगी का हिस्सा 43 प्रतिशत है जबकि ईटर्नल के पास 57 प्रतिशत हिस्सेदारी है। लेकिन वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही से स्विगी ने एक बार फिर से मार्केट शेयर वापस हासिल करना शुरू कर दिया है। यह संकेत देता है कि कंपनी लगातार अपनी पकड़ मजबूत कर रही है और ग्राहक उसे दोबारा ज्यादा पसंद कर रहे हैं।

स्विगी के कारोबार को लेकर बाजार में पॉजिटिव माहौल बना हुआ है। कंपनी की प्रॉफिटेबिलिटी रोडमैप यानी मुनाफे में आने की योजना निवेशकों को भरोसा दे रही है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि फूड डिलीवरी मार्केट में अभी डुओपॉली यानी दो बड़ी कंपनियों का दबदबा है। इसमें स्विगी की पोजिशन लगातार मजबूत हो रही है और आने वाले सालों में इसका फायदा कंपनी को मिलेगा।

ब्रोकरेज हाउस की रिपोर्ट

ब्रोकरेज फर्म डीएएम कैपिटल ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि वित्त वर्ष 2025 से 2028 के बीच स्विगी की रेवेन्यू लगभग 28 प्रतिशत की सीएजीआर दर से बढ़ सकती है। फर्म का अनुमान है कि वित्त वर्ष 2028 तक कंपनी एडजस्टेड ईबीआईटीडीए प्रॉफिट में आ जाएगी। खासतौर पर कंपनी का क्विक कॉमर्स बिजनेस यानी इंस्टामार्ट भविष्य में बड़ा ग्रोथ ड्राइवर बन सकता है।

टारगेट प्राइस बढ़ा 

डीएएम कैपिटल ने स्विगी के लिए 515 रुपये का टारगेट प्राइस तय किया है। यह मौजूदा भाव से करीब 30 प्रतिशत ज्यादा है। रिपोर्ट के मुताबिक, वित्त वर्ष 2025 में स्विगी का फूड डिलीवरी बिजनेस ईबीआईटीडीए स्तर पर ब्रेक-ईवन पर पहुंच चुका है। यानी अब इसमें घाटा और मुनाफा बराबर हो गया है। वहीं, क्विक कॉमर्स सेगमेंट में भी घाटा धीरे-धीरे घट रहा है क्योंकि कंपनी स्टोर्स की प्रोडक्टिविटी और कॉस्ट मैनेजमेंट पर जोर दे रही है।

क्विक कॉमर्स में स्विगी का फोकस

भारत का फूड डिलीवरी मार्केट आने वाले सालों में तेजी से बढ़ने की संभावना है। एक्सपर्ट्स का अनुमान है कि यह बाजार 17 से 18 प्रतिशत की सीएजीआर दर से बढ़ेगा। इसमें शहरीकरण, इंटरनेट और स्मार्टफोन का बढ़ता इस्तेमाल और लोगों की ऑनलाइन ऑर्डर करने की आदतें अहम भूमिका निभाएंगी। इसका सीधा फायदा स्विगी जैसी कंपनियों को मिलेगा।

ब्रोकरेज रिपोर्ट में खास तौर पर स्विगी के इंस्टामार्ट बिजनेस पर जोर दिया गया है। कंपनी की रणनीति में क्विक कॉमर्स को अहम हिस्सा माना जा रहा है। अभी यह बिजनेस मुनाफे में ब्लिंकिट से पीछे है, लेकिन आने वाले सालों में तस्वीर बदल सकती है। अनुमान है कि वित्त वर्ष 2026 तक कंपनी के डार्क स्टोर्स की संख्या 697 से बढ़कर 1,000 से ज्यादा हो जाएगी। इस विस्तार से इंस्टामार्ट को वित्त वर्ष 2028 तक मुनाफे में लाने की उम्मीद है।

मार्केटिंग कैंपेन से हो रहा फायदा

कंपनी के मार्केटिंग कैंपेन भी असर दिखा रहे हैं। खासतौर पर मैक्ससेवर जैसे कैंपेन औसत ऑर्डर वैल्यू और प्रोडक्ट डेंसिटी बढ़ाने में मदद कर रहे हैं। इससे कंपनी के क्विक कॉमर्स बिजनेस में घाटा कम हो रहा है और ग्राहकों की संख्या लगातार बढ़ रही है।

ग्लोबल इंडेक्स में शामिल होने का फायदा

एक और बड़ी खबर यह है कि 26 अगस्त 2025 से स्विगी को एमएससीआई ग्लोबल स्टैंडर्ड इंडेक्स में शामिल किया जा रहा है। आमतौर पर ऐसे इंडेक्स में शामिल होने के बाद बड़े पैमाने पर पैसिव फंड्स का पैसा आकर्षित होता है। इसका मतलब है कि कंपनी में विदेशी और संस्थागत निवेशकों की दिलचस्पी और बढ़ जाएगी। यही वजह है कि निवेशकों का भरोसा स्विगी पर और मजबूत हुआ है।

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