पुणे के एक साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ ऑनलाइन इन्वेस्टमेंट फ्रॉड का शिकार हो गए, जिससे उन्हें करीब ₹73.69 लाख का नुकसान हुआ। ठगों ने उन्हें फर्जी ट्रेडिंग ऐप में निवेश करने के लिए उकसाया और ऊंचे मुनाफे का लालच देकर पैसे अलग-अलग खातों में ट्रांसफर करवाए। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
Online Investment Fraud: पुणे में एक साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ के साथ ऑनलाइन निवेश के नाम पर ₹73.69 लाख की ठगी का मामला सामने आया है। यह घटना अगस्त 2025 में हुई जब पीड़ित को एक अंतरराष्ट्रीय नंबर से WhatsApp मैसेज मिला और उसे फर्जी ट्रेडिंग ग्रुप में जोड़ा गया। ठगों ने एक्सपर्ट गाइडेंस के नाम पर बार-बार निवेश करवाया और जब पीड़ित ने अपने अकाउंट में दिख रही ₹2.33 करोड़ की रकम निकालनी चाही, तो उनसे 10% टैक्स मांगा गया। तब जाकर उन्हें पता चला कि वे एक बड़े ऑनलाइन इन्वेस्टमेंट फ्रॉड का शिकार हो चुके हैं। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और नागरिकों को ऐसे स्कैम से सतर्क रहने की सलाह दी है।
साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ भी बने ऑनलाइन इन्वेस्टमेंट फ्रॉड के शिकार
पुणे के एक साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ ऑनलाइन इन्वेस्टमेंट फ्रॉड का शिकार हो गए, जिससे उन्हें करीब ₹73.69 लाख का नुकसान हुआ। घटना चौंकाने वाली इसलिए है क्योंकि पीड़ित खुद साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में विशेषज्ञ हैं। रिपोर्ट के अनुसार, ठगों ने उन्हें एक फर्जी ट्रेडिंग ऐप के जरिए ऊंचे मुनाफे का झांसा देकर जाल में फंसा लिया।
यह ठगी अगस्त में शुरू हुई जब पीड़ित को एक अंतरराष्ट्रीय नंबर से WhatsApp मैसेज मिला, जिसमें एक लिंक भेजा गया था। लिंक पर क्लिक करते ही वह एक ग्रुप चैट में शामिल हो गए, जहां दर्जनों यूजर कथित तौर पर शेयर मार्केट से भारी कमाई के स्क्रीनशॉट शेयर कर रहे थे। धीरे-धीरे पीड़ित को विश्वास दिलाया गया कि यह असली ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म है।
फर्जी ट्रेडिंग ऐप से रचा गया पूरा खेल
ग्रुप के एडमिन ने पीड़ित को स्पेशल ट्रेडिंग ऐप पर रजिस्टर कराकर निवेश शुरू करने को कहा। एक्सपर्ट गाइडेंस के नाम पर उन्हें बार-बार पैसे ट्रांसफर करने के लिए उकसाया गया। 8 अगस्त से 1 सितंबर के बीच उन्होंने अलग-अलग 55 ट्रांजेक्शन में कुल ₹73.69 लाख भेजे। ठगों ने उनसे चेन्नई, भद्रक, फीरोज़पुर, उल्हासनगर, पिंपरी-चिंचवड़ और गुरुग्राम जैसे शहरों के बैंक खातों में पैसे ट्रांसफर करवाए।
जब उन्होंने ऐप में दिख रहे ₹2.33 करोड़ निकालने की कोशिश की, तो ठगों ने 10% टैक्स देने की मांग की। इसी दौरान पीड़ित को शक हुआ कि वे ठगे गए हैं। उन्होंने तुरंत पुणे साइबर क्राइम पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस की जांच में सामने आए चौंकाने वाले खुलासे
पुलिस जांच में पता चला कि यह फर्जी इन्वेस्टमेंट स्कैम देशभर में सक्रिय है और WhatsApp व Telegram ग्रुप्स के ज़रिए फैलाया जा रहा है। ठग खुद को SEBI-रजिस्टर्ड सलाहकार या विदेशी निवेशक बताकर यूज़र्स को झांसे में लेते हैं। इन नकली ट्रेडिंग ऐप्स का इंटरफेस इतना असली दिखता है कि लोग बिना जांचे-परखे निवेश कर देते हैं।
पुलिस ने चेतावनी दी है कि इस तरह के इन्वेस्टमेंट फ्रॉड अब आम लोगों के साथ-साथ साइबर प्रोफेशनल्स को भी निशाना बना रहे हैं। ऐसे मामलों में पैसा ट्रैक करना मुश्किल होता है क्योंकि रकम देशभर के अलग-अलग खातों में बांट दी जाती है।
ऐसे करें खुद को ऑनलाइन इन्वेस्टमेंट फ्रॉड से सुरक्षित
साइबर सुरक्षा अधिकारियों ने नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी है। किसी भी इन्वेस्टमेंट ऐप या वेबसाइट की वैधता SEBI और RBI की आधिकारिक साइटों से जांचें।
- किसी अनजान लिंक या WhatsApp ग्रुप पर भरोसा न करें।
- किसी अज्ञात व्यक्ति या कंपनी के अकाउंट में पैसा ट्रांसफर न करें।
- अपने डिवाइस को अपडेट रखें और टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन का इस्तेमाल करें।
- बैंक ट्रांजेक्शन्स और निवेश खातों की नियमित निगरानी करें।
यह घटना इस बात की सख्त याद दिलाती है कि ऑनलाइन इन्वेस्टमेंट फ्रॉड किसी के साथ भी हो सकता है चाहे वह साइबर एक्सपर्ट ही क्यों न हो। फर्जी ट्रेडिंग ऐप्स और निवेश स्कीम्स तेजी से फैल रही हैं, इसलिए जागरूक रहना ही सबसे बड़ा बचाव है। पुणे पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और नागरिकों से सतर्क रहने की अपील की है।