एयरपेस इंडस्ट्रीज के शेयर सोमवार को 5% के अपर सर्किट पर बंद हुए, 44.57 रुपये प्रति शेयर। एरोवोल्ट को 50 MWp सोलर पैनल सप्लाई का ऑर्डर मिलने के बाद कंपनी के शेयरों में 773% की बढ़त आई।
Shares: सोमवार को बीएसई पर एयरपेस इंडस्ट्रीज के शेयर 5% के अपर सर्किट पर बंद हुए, और कंपनी का शेयर प्राइस 44.57 रुपये प्रति शेयर तक पहुंच गया। यह तेजी एरोवोल्ट को 50 MWp हाई एफिशिएंसी 595 wp सोलर पैनल सप्लाई का ऑर्डर मिलने के बाद आई। एरोवोल्ट, एयरपेस इंडस्ट्रीज का रिन्यूएबल एनर्जी प्रोजेक्ट है, और यह ऑर्डर 97.5 करोड़ रुपये का है, जिससे कंपनी की आय और ऑपरेशनल लिक्विडिटी में इजाफा होगा।
बीएसई सेंसेक्स में गिरावट
आज बाजार बंद होने तक एयरपेस इंडस्ट्रीज का शेयर बीएसई पर 4.99% की बढ़त के साथ 44.57 रुपये पर ट्रेड कर रहा था। इस दौरान बीएसई सेंसेक्स -0.57% की गिरावट के साथ 78,248.13 पर था। कंपनी का मार्केट कैपिटलाइजेशन 660.94 करोड़ रुपये रहा।
कंपनी के 52 सप्ताह का हाई और लो

एयरपेस इंडस्ट्रीज के शेयर का 52 सप्ताह का हाई 60 रुपये और लो 5 रुपये रहा है। पिछले एक साल में कंपनी के शेयरों ने 773% की बढ़त हासिल की है, जबकि इस दौरान सेंसेक्स केवल 9% बढ़ा।
ऑर्डर डिटेल्स और निर्माण शेड्यूल
कंपनी ने यह भी घोषणा की कि एरोवोल्ट को 50 MWp हाई एफिशिएंसी 595 wp TOPCon टेक्नोलॉजी स्मार्ट सोलर पैनल की सप्लाई का ऑर्डर मिला है। सोलर पैनल निर्माण का इंस्टॉलेशन जनवरी और फरवरी 2025 में पूरा होगा, और पैनल की डिलीवरी अप्रैल 2025 से शुरू होगी।
एयरपेस इंडस्ट्रीज के बारे में
एयरपेस इंडस्ट्रीज भारत में रिन्यूएबल एनर्जी और इन्फ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में काम करती है। कंपनी ऑल-इलेक्ट्रिक एयर मोबिलिटी ट्रांसपोर्ट सिस्टम, जैसे कि एयरोवर्स फ्लाइंग कार इकोसिस्टम और AI पावर्ड ऑटोमेटेड डॉकिंग स्टेशन “एयरोडॉक” को डेवलप करती है। इसके अलावा कंपनी के अन्य प्रोडक्ट्स में एयरोविंग, एयरोटैक्सी, एयरोड्राइव, एयरोकार्गो और एयरोकेयर शामिल हैं।
कंपनी पहले सुप्रीमैक्स शाइन स्टील्स लिमिटेड के नाम से जानी जाती थी और अप्रैल 2023 में इसका नाम बदलकर एयरपेस इंडस्ट्रीज लिमिटेड कर दिया गया।












