उत्तरकाशी के धराली गांव में बादल फटने से अचानक भूस्खलन हुआ। चार की मौत हो गई और 50 से ज्यादा लोग लापता हैं। गंगोत्री धाम का संपर्क टूट गया है। राहत और बचाव कार्य जारी हैं।
Uttarkashi cloudbursts: उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में मंगलवार दोपहर 1:45 बजे धराली गांव के पास एक भीषण बादल फटा, जिससे क्षेत्र में भारी भूस्खलन और तबाही मच गई। हादसा हरसिल स्थित भारतीय सेना के शिविर से लगभग 4 किलोमीटर दूर हुआ। इस प्राकृतिक आपदा में अब तक कम से कम चार लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि 50 से ज्यादा लोग लापता बताए जा रहे हैं।
गंगोत्री धाम का संपर्क टूटा
भूस्खलन के कारण पवित्र गंगोत्री धाम का सभी सड़क संपर्क पूरी तरह से टूट गया है। मलबे और पानी के तेज बहाव से सड़कें और पुल बह गए हैं, जिससे तीर्थयात्रियों और स्थानीय लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासन ने तत्काल राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिए हैं।
पूरा क्षेत्र जलमग्न, हेल्पलाइन नंबर जारी
बादल फटने की घटना के बाद पानी और मलबे का ऐसा सैलाब आया जिससे पूरा क्षेत्र जलमग्न हो गया। स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने हेल्पलाइन नंबर 01374222126 और 222722 जारी किए हैं, ताकि प्रभावित लोग संपर्क कर सकें और मदद प्राप्त कर सकें। राहत कार्यों में SDRF, NDRF और सेना की टीमें जुटी हैं।
पीएम मोदी ने जताया दुख, राहत में कोई कसर नहीं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटना पर गहरा दुख जताया और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा कि वह सभी पीड़ितों की कुशलता की कामना करते हैं। उन्होंने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से बात कर स्थिति की जानकारी ली है। पीएम मोदी ने आश्वासन दिया कि राहत और बचाव कार्यों में कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है।
राजनाथ सिंह और जेपी नड्डा ने भी जताई चिंता
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने उत्तरकाशी की त्रासदी पर चिंता जताते हुए कहा कि उन्होंने बाढ़ से तबाह हुए इलाके के भयावह दृश्य देखे हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार मिलकर काम कर रही हैं और हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं ताकि अधिक से अधिक जानें बचाई जा सकें। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने इसे अत्यंत हृदयविदारक बताया और कहा कि भाजपा कार्यकर्ता भी राहत में पूरी तत्परता से जुटे हैं।
NH-58 समेत कई मार्ग अवरुद्ध
चमोली पुलिस के अनुसार, बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-58) पर पागलनाला और भनेरपानी के पास भारी मलबा आने से सड़क अवरुद्ध हो गई है। जेसीबी मशीनों की मदद से मलबा हटाने और सड़क को फिर से चालू करने का काम किया जा रहा है। इसके साथ ही, ज्योतिर्मठ-मलारी मोटर मार्ग सलधार के पास बह गया है।
स्थानीय प्रशासन ने की सावधानी बरतने की अपील
स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने यात्रियों और स्थानीय निवासियों से अपील की है कि वे अनावश्यक यात्रा से बचें और किसी भी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान न दें। प्रभावित क्षेत्रों में आपातकालीन सहायता के लिए मेडिकल टीमें और फायर ब्रिगेड को भी तैनात किया गया है।