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यशस्वी जायसवाल इंग्लैंड में रच सकते हैं इतिहास, द्रविड-सहवाग का रिकॉर्ड खतरे में?

यशस्वी जायसवाल इंग्लैंड में रच सकते हैं इतिहास, द्रविड-सहवाग का रिकॉर्ड खतरे में?

यशस्वी जायसवाल इन दिनों भारतीय टेस्ट टीम के सबसे भरोसेमंद और उभरते सितारों में से एक बनकर सामने आए हैं। जब-जब उन्हें मौका मिला, उन्होंने अपने प्रदर्शन से न सिर्फ चयनकर्ताओं का भरोसा जीता, बल्कि टीम के लिए बड़ी पारियां भी खेलीं। 

स्पोर्ट्स न्यूज़: टीम इंडिया के युवा ओपनर यशस्वी जायसवाल टेस्ट क्रिकेट में लगातार शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं और अब वह एक ऐसे मुकाम के बेहद करीब पहुंच गए हैं, जो भारतीय क्रिकेट के दो दिग्गजों वीरेंद्र सहवाग और राहुल द्रविड़ से जुड़ा हुआ है। यशस्वी अगर आगामी तीन पारियों में 202 रन बना लेते हैं, तो वह भारत की ओर से सबसे कम पारियों में 2000 टेस्ट रन बनाने वाले बल्लेबाज बन जाएंगे। फिलहाल यह रिकॉर्ड सहवाग और द्रविड़ के नाम है, जिन्होंने 40 पारियों में यह उपलब्धि हासिल की थी।

अब तक का सफर: 36 पारियों में 1798 रन

यशस्वी जायसवाल ने 2023 में टेस्ट डेब्यू किया था और उसके बाद से उन्होंने जिस तरह प्रदर्शन किया है, उसने सभी को प्रभावित किया है।

  • अब तक खेले: 19 टेस्ट मैच
  • कुल पारियां: 36
  • कुल रन: 1798
  • शतक: 4
  • अर्धशतक: 10
  • सर्वोच्च स्कोर: 214 रन

सहवाग-द्रविड़ का रिकॉर्ड अब निशाने पर

भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में 2000 रन सबसे कम पारियों में बनाने का रिकॉर्ड अभी तक राहुल द्रविड़ और वीरेंद्र सहवाग के पास है। दोनों ही बल्लेबाजों ने यह उपलब्धि 40 पारियों में हासिल की थी। यशस्वी फिलहाल 36 पारियां खेल चुके हैं और यदि इंग्लैंड के खिलाफ पहले तीन टेस्ट में ही 202 रन बना लेते हैं, तो वह इस रिकॉर्ड को तोड़ देंगे।

यह रिकॉर्ड तोड़ना न केवल उनके नाम एक ऐतिहासिक उपलब्धि जोड़ देगा, बल्कि उन्हें भारतीय टेस्ट क्रिकेट के शीर्ष युवा सितारों में मजबूती से स्थापित कर देगा।

इंग्लैंड के खिलाफ मजबूत ट्रैक रिकॉर्ड

यशस्वी जायसवाल को इंग्लैंड के खिलाफ भी खेलने का अच्छा अनुभव है।

  • अब तक इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए 5 टेस्ट मैचों में 712 रन
  • दो दोहरे शतक: 214 और 209 रन
  • इंग्लैंड के खिलाफ औसत: 89 से अधिक
  • इंग्लैंड जैसी मजबूत गेंदबाजी लाइनअप के खिलाफ लगातार रन बनाना यशस्वी की तकनीक और मानसिक दृढ़ता को दर्शाता है।

रोहित के बाद अब जिम्मेदारी की बारी

रोहित शर्मा के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास के बाद अब भारतीय बल्लेबाजी क्रम में नए नेतृत्व की जरूरत है। टेस्ट कप्तान शुभमन गिल हैं, लेकिन पारी की शुरुआत करने की जिम्मेदारी संभवतः यशस्वी और केएल राहुल के कंधों पर होगी। जहां राहुल का अनुभव काम आएगा, वहीं यशस्वी की आक्रामक शुरुआत टीम को मजबूत आधार दे सकती है।

भारत की टीम फिलहाल इंग्लैंड दौरे पर है और 20 जून से हेडिंग्ले टेस्ट से सीरीज की शुरुआत होगी। यशस्वी के पास यही मौका है अपने रिकॉर्ड को नया आयाम देने का। हेडिंग्ले की पिचें स्विंग और सीम मूवमेंट के लिए जानी जाती हैं, ऐसे में तकनीकी दृष्टि से यह एक कठिन चुनौती होगी, लेकिन अगर यशस्वी टिके, तो रन बरसना तय है।

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