78 साल की उम्र में की तीसरी शादी

जेमिनी ने कभी अपनी बेटी नहीं माना तो रेखा ने भी मौत के बाद उनका चेहरा नहीं देखा

6 साल में उठ गया पिता का साया

जेमिनी का जन्म 1920 को तमिल ब्राह्मण परिवार में हुआ था, जिनका नाम रामासामी गणेशन रखा गया था

रोज मां का अपमान होते देखते थे जेमिनी

जेमिनी की बुआ मुथुलक्ष्मी एक पढ़ी-लिखी महिला थीं, जो देवदासी प्रथा से नफरत करती थीं। उन्होंने जेमिनी के परिवार को सहारा तो दिया

मां से दूरी बर्दाश्त नहीं कर सके जेमिनी

जब बुआ ने पढ़ाई के लिए जेमिनी को रामकृष्ण आश्रम भेजा तो वो मां के बिना नहीं रह पाए। दूरी बर्दाश्त नहीं हुई तो जेमिनी आश्रम छोड़कर मां के पास भाग आए

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