स्टाइल और फिटनेस के आइकन ऋतिक रोशन ने पर्दे पर जितनी जीत हासिल की है, उससे कई गुना बड़ी लड़ाइयाँ उन्होंने अपनी हेल्थ को लेकर लड़ी हैं। जानिए उनके संघर्ष की पूरी कहानी।
ब्रेन इंजरी, स्कोलियोसिस और हकलाने जैसी परेशानियों से जूझकर भी ऋतिक ने खुद को एक आइकन बना लिया।
2013 में सिर की चोट से दिमाग में खून का थक्का जम गया था। उन्हें ब्रेन सर्जरी करवानी पड़ी, लेकिन वो हारे नहीं।
21 की उम्र में पता चला रीढ़ की हड्डी एक ओर झुक रही है। डॉक्टरों ने कहा था कि डांस और एक्शन मुश्किल है, लेकिन ऋतिक ने सबको गलत साबित कर दिया।
बचपन में हकलाते थे, स्कूल में बना मजाक। सालों की स्पीच थैरेपी और मेहनत से आज हैं आत्मविश्वास की मिसाल।
डेली एक्सरसाइज़, स्ट्रिक्ट लाइफस्टाइल, पॉजिटिव माइंडसेट और कभी हार न मानने का जज्बा बना ऋतिक की ताकत।
बीमारियों से लड़ते हुए भी बन गए फिटनेस आइकन। उनकी जर्नी हमें सिखाती है: कभी हार मत मानो!