गर्मियों में ताजी लीची का मजा हर कोई लेना चाहता है, लेकिन नकली और केमिकल वाली लीची से हो सकता है बड़ा नुकसान।
असली लीची में आती है हल्की मीठी सुगंध, जबकि नकली में केमिकल जैसी गंध हो सकती है।
नेचुरल लीची का पल्प सफेद, रसदार और पारदर्शी होता है। सूखा या रंगीन पल्प नकली हो सकता है।
लीची को पानी में डालें, अगर रंग बदलता है तो समझिए मिलावट पक्की है।
गीले टिश्यू से लीची रगड़ें, अगर रंग निकल आए तो वह नकली हो सकती है।
असली लीची का छिलका होता है खुरदरा, नकली में चिकनापन या तेल की परत हो सकती है।
लीची खरीदने से पहले इन आसान तरीकों से जांचें, ताकि मिलावट से बच सकें।