टाइप-1 और टाइप-2 के बारे में सुना होगा, लेकिन क्या आप जानते हैं Type-5 Diabetes भी अब एक बड़ी हेल्थ प्रॉब्लम बन चुकी है?
Type-5 डायबिटीज एक न्यूली क्लासिफाइड हेल्थ कंडीशन है, जो लंबे समय तक पोषण की कमी से होती है – खासकर किशोरों और युवाओं में।
प्रोटीन, आयरन और विटामिन्स की कमी से पैनक्रियाज का विकास रुकता है – जिससे इंसुलिन बनना बंद हो जाता है।
दुबला शरीर, थकावट, बार-बार पेशाब, देर से प्यूबर्टी – ये Type-5 डायबिटीज के संकेत हो सकते हैं।
संतुलित पोषण लें – प्रोटीन, विटामिन्स और लो ग्लाइसेमिक फूड्स जैसे दाल, अंडे, सब्जियां ज़रूरी हैं।
तली-भुनी चीजें, फ्रूट जूस, बेकरी प्रोडक्ट्स और ज्यादा मीठे फलों से परहेज़ करें।
हल्की-फुल्की एक्सरसाइज़ करें – जैसे वॉकिंग, योगा या स्ट्रेचिंग। इससे तनाव भी घटेगा और मसल्स भी बनेंगी।