30 के बाद क्यों जरूरी है महिलाओं के लिए स्ट्रेंथ ट्रेनिंग?

30 की उम्र के बाद बदलता है महिलाओं का शरीर – हड्डियों से लेकर मेटाबॉलिज्म तक। ऐसे में स्ट्रेंथ ट्रेनिंग बन सकती है आपकी फिटनेस की चाबी

हड्डियां बनें मजबूत

30 के बाद महिलाओं की बोन डेंसिटी घटने लगती है। वेट ट्रेनिंग हड्डियों को मजबूत रखती है और फ्रैक्चर का रिस्क घटाती है।

बूस्ट करें मेटाबॉलिज्म

स्ट्रेंथ ट्रेनिंग से मसल्स बढ़ते हैं और मेटाबॉलिज्म एक्टिव रहता है। इससे तेजी से बर्न होती हैं कैलोरीज़

टोन्ड बॉडी, बेहतर शेप

मसल्स टोनिंग से शरीर दिखता है फिट, लूज़ स्किन होती है टाइट। नो बल्क – सिर्फ स्ट्रॉन्ग और शेप्ड बॉडी

दिल रहेगा हेल्दी

स्ट्रेंथ ट्रेनिंग से ब्लड प्रेशर कंट्रोल और हार्ट मसल्स मजबूत बनती हैं – यानी हेल्दी हार्ट लाइफस्टाइल।

स्ट्रेस होगा गायब

एक्सरसाइज से रिलीज होता है एंडोर्फिन – जो बनाता है मूड फ्रेश और घटाता है स्ट्रेस

डेली टास्क होंगे आसान

चाहे सामान उठाना हो या बच्चों को संभालना – स्ट्रॉन्ग मसल्स और हड्डियों से सब कुछ हो जाएगा आसान

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