निर्जला एकादशी 2025: एक व्रत, हजारों फल

निर्जला एकादशी व्रत का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। इसे सबसे कठिन और पुण्यदायक एकादशी माना जाता है।

क्या है निर्जला एकादशी?

यह एकादशी साल की सबसे कठिन एकादशी मानी जाती है, जिसमें जल तक ग्रहण नहीं किया जाता।

कब है निर्जला एकादशी 2025 में?

इस बार निर्जला एकादशी 10 जून 2025, मंगलवार को मनाई जाएगी।

व्रत की विधि क्या है?

स्नान कर व्रत का संकल्प लें, पूरे दिन निर्जल रहें, विष्णु जी की पूजा और कथा सुनें।

क्यों कहलाती है "निर्जला"?

इस दिन न भोजन किया जाता है, न जल ग्रहण—इसलिए इसका नाम है 'निर्जला' एकादशी।

इस व्रत के फल क्या हैं?

कहा जाता है कि निर्जला एकादशी का व्रत करने से साल भर की सभी एकादशियों का फल प्राप्त होता है।

क्या आप तैयार हैं इस पुण्य तिथि के लिए?

अगर आप व्रत नहीं भी कर सकते, तो दिनभर सात्त्विक आहार लेकर भगवान विष्णु का नाम अवश्य लें।

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