दादी-नानी की रसोई में बना अचार जो सालों तक चलता था और हर बार दिल जीत लेता था – अब वही स्वाद आपके घर में! इस पारंपरिक रेसिपी से बनाएंगे तो अचार कभी खराब नहीं होगा।
जिसे सालों तक खाया जाता था और हर बार स्वाद बढ़ा देता था? अब वही रेसिपी आपके लिए
हमेशा रेशेदार, सख्त और कच्चे आम ही लें। इन्हीं से आता है असली देसी स्वाद।
कटे आमों को 4-5 घंटे तेज धूप में सुखाएं। नमी गई = अचार टिकेगा सालों तक
भुनी पीली सरसों, मेथी, सौंफ, कलौंजी – सबको दरदरा पीसें और मिलाएं प्यार से।
सरसों का तेल तब तक गरम करो जब तक धुआं न निकले… फिर ठंडा कर के मिलाओ।
जार में भरकर 7-10 दिन धूप में रखें, रोज हिलाएं – और तैयार है दादी वाला अचार