हेयर ट्रांसप्लांट से पहले ये टेस्ट न किया तो हो सकता है बड़ा खतरा!

हेयर ट्रांसप्लांट से पहले एक जरूरी टेस्ट आपकी जान बचा सकता है! जानें क्यों एलोपेसिया टेस्ट अनिवार्य है और ट्रांसप्लांट की कौन सी तकनीक आपके लिए सही होगी।

एलोपेसिया टेस्ट क्यों है ज़रूरी?

हेयर ट्रांसप्लांट से पहले एलोपेसिया टेस्ट ज़रूरी होता है ताकि बाल झड़ने की असली वजह का पता चल सके और सही इलाज तय किया जा सके।

क्या होता है एलोपेसिया टेस्ट?

इसमें फिजिकल जांच, ब्लड टेस्ट, स्कैल्प बायोप्सी और हेयर पुल टेस्ट किए जाते हैं ताकि समस्या की गहराई तक जाया जा सके।

दो तकनीकें, एक समाधान

हेयर ट्रांसप्लांट दो तरीकों से होता है—FUE (फॉलिक्युलर यूनिट एक्सट्रैक्शन) और FUT (फॉलिक्युलर यूनिट ट्रांसप्लांट)। दोनों तकनीकें कारगर हैं।

FUE: एडवांस और पॉपुलर

इसमें डोनर एरिया से रैंडमली फॉलिकल्स निकाले जाते हैं और गंजे हिस्से में ट्रांसप्लांट कर दिए जाते हैं। यह तेजी से लोकप्रिय हो रही तकनीक है।

FUT: परंपरागत लेकिन असरदार

FUT में एक स्ट्रिप के रूप में फॉलिकल्स निकाले जाते हैं। यह तरीका थोड़ा पुराना है लेकिन अब भी प्रभावशाली माना जाता है।

गलत डॉक्टर से बचें!

हमेशा क्वालिफाइड डॉक्टर से ही हेयर ट्रांसप्लांट कराएं। लापरवाही जानलेवा साबित हो सकती है। सही जांच और एक्सपर्ट का चयन बेहद ज़रूरी है।

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