कम नींद = बिगड़ी मेंटल हेल्थ, जानिए क्यों जरूरी है भरपूर नींद

क्या आप भी रातभर करवटें बदलते रहते हैं? नींद पूरी न होना सिर्फ थकान नहीं, आपकी मेंटल हेल्थ के लिए खतरा भी है! जानिए कैसे

नींद नहीं = दिमाग का नुकसान!

नींद के बिना दिमाग को आराम नहीं मिल पाता, जिससे इमोशनल बैलेंस और मेमोरी पर बुरा असर पड़ता है।

स्ट्रेस हार्मोन बढ़ता है

नींद की कमी से कॉर्टिसोल बढ़ता है, जिससे चिंता, बेचैनी और घबराहट बढ़ सकती है। कभी-कभी ये पैनिक अटैक का कारण भी बनता है।

मूड स्विंग्स और चिड़चिड़ापन

कम नींद = ज्यादा गुस्सा, जल्दी रोना या छोटी बातों पर रिएक्शन देना। दिमाग को रेस्ट न मिले तो इमोशंस आउट ऑफ कंट्रोल हो जाते हैं।

डिप्रेशन का खतरा बढ़ता है

लगातार नींद की कमी से निगेटिव सोच बढ़ती है और डिप्रेशन की शुरुआत हो सकती है। ध्यान और फोकस भी कमजोर हो जाते हैं।

तो क्या है समाधान?

हर दिन एक जैसा सोने-जागने का रूटीन रखें। स्क्रीन टाइम कम करें और सोने से पहले दिमाग को शांत करें।

नींद सुधारें, मेंटल हेल्थ सुधारें!

शांत कमरा, हल्का म्यूजिक या किताब, और कैफीन से दूरी… ये छोटे बदलाव आपकी नींद और ज़िंदगी बदल सकते हैं।

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