अगर आपकी पीठ या गर्दन में लगातार दर्द रहता है, तो ये स्पाइन बोन स्पर यानी रीढ़ की हड्डी बढ़ने का संकेत हो सकता है। जानिए इससे जुड़ी जरूरी बातें—लक्षण, कारण और बचाव।
स्पाइन के किनारों पर एक्स्ट्रा हड्डी बनने लगती है जिसे मेडिकल भाषा में स्पाइनल ऑस्टियोफाइट्स या बोन स्पर कहते हैं।
बढ़ती उम्र, बार-बार दबाव, खराब पोश्चर या पुरानी चोट की वजह से स्पाइन में घिसाव होता है, जिससे शरीर नई हड्डी बनाने लगता है।
पीठ दर्द, पैरों में झनझनाहट, कमजोरी, सुन्नता और चलने में परेशानी इसके आम संकेत हैं। लक्षण धीरे-धीरे बढ़ते हैं।
सही पोश्चर में बैठें, रोज हल्का वर्कआउट करें, कैल्शियम और विटामिन D लें और वजन कंट्रोल में रखें ताकि रीढ़ पर दबाव न बढ़े।
अगर दर्द बना रहे तो डॉक्टर से मिलें। ज़रूरत पड़ने पर X-ray या MRI कराएं। सही इलाज और फिजियोथेरेपी से राहत मिल सकती है।
रीढ़ की देखभाल करके न सिर्फ दर्द से बचा जा सकता है, बल्कि एक बेहतर और सक्रिय जीवन जिया जा सकता है।