वर्ल्ड इमोजी डे पर जानिए कैसे एक छोटा सा आइकन बन गया करोड़ों लोगों की भाषा, और क्यों कुछ देशों में इस पर लगी है पाबंदी।
छोटा आइकन, बड़ा असर। आज इमोजी बन चुकी है युवाओं की सबसे पसंदीदा भाषा।
1999 में जापान के शिगेताका कुरीता ने बनाए थे पहले 176 इमोजी। आज ये करोड़ों लोगों की फीलिंग्स की आवाज़ हैं।
नई इमोजी को मंजूरी देने का काम करता है यूनिकोड कंसोर्टियम। इसमें Apple, Google जैसी दिग्गज कंपनियां शामिल हैं।
सऊदी अरब में ❤जैसी इमोजी भेजने पर 3 से 5 साल की जेल हो सकती है, खासकर LGBTQ+ से जुड़े इमोजी पर सख्त बैन है।
ईरान, रूस और सऊदी अरब जैसे देशों में लव, डांस या LGBTQ+ से जुड़े इमोजी पर सख्त रोक लगी हुई है।
Face with Tears of Joy लगातार दुनिया की सबसे पॉपुलर इमोजी बनी हुई है। हर दिन 10 अरब से ज्यादा इमोजी भेजे जाते हैं।