Health Conclave 2025 में एक्सपर्ट्स ने बताया कि दिल और ब्लड प्रेशर की दवाएं हमेशा के लिए जरूरी नहीं होतीं। लाइफस्टाइल सुधारकर दवाओं से छुटकारा पाया जा सकता है।
अक्सर लोगों को लगता है कि एक बार शुरू हुई दवाएं कभी बंद नहीं होतीं, लेकिन यह पूरी तरह सही नहीं है।
डॉ एनएन खन्ना के अनुसार अगर बीमारी समय पर डायग्नोस हो जाए और व्यक्ति जीवनशैली में बदलाव करे तो दवाएं कम हो सकती हैं।
ये दवाएं शरीर में बैलेंस बनाए रखती हैं ताकि दिल पर अधिक दबाव न पड़े और हार्ट सुरक्षित रहे।
यदि उम्र कम है, लाइफस्टाइल एक्टिव है और खानपान सही है तो डॉक्टर की सलाह से दवाएं धीरे-धीरे बंद की जा सकती हैं।
नियमित व्यायाम करें, नमक कम लें, तनाव कम करें और भरपूर नींद लें। इससे दवाओं की ज़रूरत घट सकती है।
अगर सुधार दिखे भी तो बिना डॉक्टर की सलाह दवाएं बंद करना खतरनाक हो सकता है। हर कदम सोच-समझकर उठाएं।