बिना डॉक्टर, दवा या अस्पताल के भी जानवर बीमारियों से कैसे लड़ते हैं? जानिए उनकी अनोखी प्राकृतिक इलाज करने की कला.
जानवरों में होती है एक खास प्राकृतिक बुद्धि, जो उन्हें बीमारी की स्थिति में सही इलाज अपनाने में मदद करती है.
अफ्रीकी बंदर बीमार होने पर खास कड़वी पत्तियां खाते हैं, जिनमें मौजूद एंटी-पैरासिटिक गुण उन्हें ठीक करने में मदद करते हैं.
कुत्ते जब पेट खराब महसूस करते हैं तो घास खाते हैं और उल्टी करते हैं, जिससे उन्हें राहत मिलती है.
हाथी विशेष प्रकार की मिट्टी का सेवन करते हैं जिसमें मौजूद खनिज उनके पाचन को सुधारते हैं, इस प्रक्रिया को जियोफैगी कहा जाता है.
बिल्लियां खुद को चाटती हैं ताकि शरीर की सतह पर मौजूद कीटाणु हट सकें और संक्रमण से बचाव हो सके.
गौरैया और कबूतर जैसे पक्षी रेत में लोटते हैं ताकि पंखों से परजीवी हट जाएं, यह उनका प्राकृतिक स्नान होता है.