अगर मांसपेशियों का दर्द, सूजन या पुरानी चोटें दवा से ठीक नहीं हो रही हैं, तो अल्ट्रासोनिक थेरेपी एक स्मार्ट और असरदार इलाज हो सकता है। जानिए कैसे काम करती है ये थेरेपी और किन समस्याओं में मिलती है राहत।
यह एक नॉन-इनवेसिव फिजियोथेरेपी तकनीक है, जिसमें हाई-फ्रीक्वेंसी साउंड वेव्स से शरीर के टिशू ठीक किए जाते हैं।
तरंगें ब्लड फ्लो बढ़ाकर मांसपेशियों में गर्मी लाती हैं, जिससे सूजन और दर्द तेजी से कम होता है।
मांसपेशियों में खिंचाव, चोट या थकान होने पर ये थेरेपी रिकवरी में मदद करती है।
आर्थराइटिस, बर्साइटिस और टेंडोनाइटिस जैसी सूजन संबंधी बीमारियों में ये थेरेपी आराम देती है।
स्पाइनल डिस्क प्रॉब्लम और कार्पल टनल सिंड्रोम में यह दर्द कम कर मूवमेंट को आसान बनाती है।
यह थेरेपी सामान्यतः सुरक्षित है, लेकिन गर्भवती महिलाएं या गंभीर मरीज इसे डॉक्टर की सलाह से ही करवाएं।