CRIB ब्लड ग्रुप दुनिया के सबसे दुर्लभ रक्त समूहों में से एक है. अगर इस ब्लड ग्रुप वाले मरीज को ऑपरेशन के दौरान खून की जरूरत पड़ी तो इलाज कैसे होगा? जानिए पूरी कहानी.
यह एक नया और बेहद दुर्लभ ब्लड ग्रुप है, जो क्रॉमर सिस्टम से जुड़ा हुआ है. अब तक दुनिया में केवल कुछ ही केस सामने आए हैं.
कर्नाटक की एक महिला में पहली बार भारत में CRIB ब्लड ग्रुप पाया गया. यूरोप में टेस्टिंग के बाद इसकी पुष्टि हुई.
महिला का ब्लड ग्रुप O+ था, लेकिन कोई भी O+ यूनिट मेल नहीं खा रहा था. 20 रिश्तेदारों का ब्लड भी फेल हो गया.
डॉक्टरों ने ऑटोलॉगस ट्रांसफ्यूजन तकनीक से महिला का खुद का ब्लड सहेजकर ऑपरेशन किया. बिना बाहरी खून के सर्जरी सफल रही.
इसमें मरीज के शरीर से खून निकालकर स्टोर किया जाता है और जरूरत के वक्त उसे वापस चढ़ाया जाता है.
इस खोज को ISBT समिट में पेश किया गया. इससे ब्लड ट्रांसफ्यूजन और जेनेटिक रिसर्च में नए रास्ते खुल सकते हैं.