इंफोसिस के Q3FY25 परिणामों में 11.4% नेट प्रॉफिट वृद्धि हुई, रेवेन्यू 7.6% बढ़ा। डिजिटल और एआई के फोकस से ग्रोथ तेज़ हुई, हालांकि एट्रिशन रेट बढ़ा।
Q3 Results: देश की सबसे बड़ी आईटी एक्सपोर्टर कंपनी इंफोसिस का चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही (Q3FY25) में नेट प्रॉफिट 11.4 फीसदी बढ़कर 6,806 करोड़ रुपये हो गया। इसने अपने रेवेन्यू गाइडेंस को 4.5-5% तक बढ़ाया है, जिससे इंफोसिस की ग्रोथ में तेजी दिखाई दे रही है। कंपनी ने इस तिमाही में ब्लूमबर्ग के अनुमान को पीछे छोड़ते हुए बेहतर प्रदर्शन किया है।
रेवेन्यू में 7.6% की वृद्धि
इंफोसिस के दिसंबर 2024 तिमाही के रेवेन्यू में 7.6 फीसदी (YoY) की बढ़ोतरी हुई है और यह 41,764 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। तिमाही आधार पर (QoQ) रेवेन्यू में 1.9 फीसदी का उछाल आया है। कंपनी का एबिट (EBIT) 3 फीसदी बढ़कर 8,912 करोड़ रुपये तक पहुंचा, जबकि उसका मार्जिन 21.4% हो गया।
डिजिटल और एआई का महत्वपूर्ण योगदान
इंफोसिस के सीईओ सलील पारेख ने कहा कि सीजनल कमजोरी के बावजूद उनकी ग्रोथ शानदार रही। डिजिटल और जनरेटिव एआई जैसे इनोवेशन पर फोकस बढ़ने से कंपनी का प्रदर्शन मजबूत हो रहा है, और क्लाइंट्स का भरोसा उन्हें नई ऊंचाइयों तक ले जा रहा है।
कर्मचारियों की संख्या और एट्रिशन रेट
कंपनी में तीसरी तिमाही के अंत तक कर्मचारियों की संख्या 3,23,379 हो गई, जिसमें 5,591 नए कर्मचारी हायर किए गए। हालांकि, एट्रिशन रेट 12.9% से बढ़कर 13.7% हो गया है, जो एक चुनौती के रूप में सामने आ रहा है।
ऑपरेटिंग मार्जिन और भविष्य की उम्मीदें
इंफोसिस का ऑपरेटिंग मार्जिन तीसरी तिमाही में 21.3% रहा, जो सालाना आधार पर 0.8% और तिमाही आधार पर 0.2% ज्यादा है। कंपनी ने FY25 के लिए अपने ऑपरेटिंग मार्जिन का अनुमान 20-22% के बीच बनाए रखा है।
कुल अनुबंध मूल्य में वृद्धि
कंपनी का कुल अनुबंध मूल्य (TCV) भी बढ़कर $2.5 बिलियन हो गया, जो पिछली तिमाही के $2.4 बिलियन से थोड़ा अधिक है। हालांकि, यह पहली तिमाही के $4.1 बिलियन से कम है।
आज इंफोसिस के शेयर 1.52 फीसदी की गिरावट के साथ 1920.05 पर बंद हुए।