निफ्टी के 16 प्रमुख शेयर अपने 5-वर्षीय औसत P/E अनुपात से नीचे व्यापार कर रहे हैं, जिससे निवेशकों को मूल्य आधारित अवसर मिल रहे हैं। ऑटो और एफएमसीजी जैसे सेक्टरों में निवेशकों को अच्छे लाभ की उम्मीद है। महिंद्रा, मारुति और टाइटन जैसे प्रमुख स्टॉक्स आगामी समय में बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं।
Stock Market: भारतीय शेयर बाजार में हाल के समय में रिवर्सल ट्रेंड जारी है, और निफ्टी अभी भी सितंबर के हाई लेवल से 7% नीचे है। यह मार्केट करेक्शन निवेशकों के लिए एक सुनहरा अवसर पेश कर रहा है, क्योंकि निफ्टी के करीब 16 प्रमुख शेयर अपने 5-वर्षीय औसत P/E अनुपात से नीचे व्यापार कर रहे हैं।
निफ्टी के प्रमुख शेयरों में गिरावट
निफ्टी के इन प्रमुख 16 शेयरों में अडानी एंटरप्राइजेज, टाटा मोटर्स, हिंदुस्तान यूनिलीवर (HUL), सिप्ला, डॉ. रेड्डीज, सन फार्मा, मर्सिडीज, बीपीसीएल, मारुति सुजुकी, और टाइटन जैसी प्रमुख कंपनियाँ शामिल हैं। इन कंपनियों के P/E अनुपात में गिरावट आने से निवेशकों के लिए अच्छे अवसर बन रहे हैं।
अडानी एंटरप्राइजेज में गिरावट
अडानी एंटरप्राइजेज ने हाल ही में अमेरिकी भ्रष्टाचार मामले के कारण तेज गिरावट देखी है और इसका P/E अनुपात 122.93 से घटकर 51.34 हो गया है। इसी तरह, टाटा मोटर्स, मारुति और महिंद्रा एंड महिंद्रा के P/E अनुपात क्रमशः 8.71, 25.2 और 31.6 हैं।
एफएमसीजी सेक्टर की मजबूत स्थिति
एफएमसीजी क्षेत्र की प्रमुख कंपनी हिंदुस्तान यूनिलीवर (HUL) का वर्तमान P/E अनुपात 56.77 है, जो इसके 5 साल के औसत 62.1 से कम है, जिससे यह एक आकर्षक निवेश विकल्प बनता है।
मौजूदा समय में GDP वृद्धि
भारत में जीडीपी वृद्धि के आंकड़े कमज़ोर रहे हैं, जिससे भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) द्वारा रेपो रेट या सीआरआर दर में कटौती की उम्मीद जताई जा रही है। इसके अलावा, सरकार द्वारा पूंजीगत व्यय बढ़ाए जाने की संभावना भी है, जो कंपनियों के लिए आय में सुधार ला सकता है।
मिडकैप और स्मॉलकैप में बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद
वर्तमान में, मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों ने 22% से अधिक की वृद्धि दिखाई है, जबकि बड़े शेयरों ने पिछला प्रदर्शन किया है। विशेषज्ञ मानते हैं कि आगामी समय में मिडकैप और स्मॉलकैप शेयर बड़े शेयरों से बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं।
विश्लेषकों की राय
विश्लेषक विकास जैन के अनुसार, एशियन पेंट्स, नेस्ले, बजाज फाइनेंस, मारुति और टाटा मोटर्स जैसे बड़े शेयरों में रिस्क रिवार्ड रेशो मजबूत दिखाई दे रहा है। यदि बाजार की धारणा में बदलाव होता है या मैक्रो इकोनॉमिक डेटा में सुधार होता है, तो इन शेयरों में सुधार देखने को मिल सकता है।
विश्लेषक संतोष मीना का मानना है कि ऑटो सेक्टर में महिंद्रा एंड महिंद्रा, आईशर मोटर्स और मारुति में अपसाइड संभावनाएँ हैं। इसके अलावा, टाइटन के लिए भी खासकर शादी के सीजन में अधिक वृद्धि की उम्मीद है।