Tata Investment Corporation ने चौथी तिमाही (Q4FY25) के नतीजे जारी किए, जिसमें कंपनी ने ₹37.72 करोड़ का नेट प्रॉफिट दर्ज किया, जो पिछले साल इसी तिमाही के ₹60.47 करोड़ से 37.6% कम है। हालांकि, कंपनी का रेवेन्यू भी इसी तिमाही में ₹16.43 करोड़ रहा, जबकि पिछले साल ₹57.11 करोड़ था, जो कि एक बड़ी गिरावट को दर्शाता है।
इसके बावजूद, Tata Investment ने ₹10 के फेस वैल्यू वाले हर शेयर पर ₹27 का डिविडेंड (270%) देने का ऐलान किया है, जो कंपनी की सालाना जनरल मीटिंग (AGM) में शेयरधारकों की मंज़ूरी के बाद प्रदान किया जाएगा। इसके अलावा, कंपनी ने राजीव दुबे को स्वतंत्र निदेशक (Independent Director) के रूप में पुनः नियुक्त करने का भी प्रस्ताव रखा है।
शेयर परफॉरमेंस
जहां एक ओर तिमाही नतीजों के बाद कंपनी के शेयर में गिरावट देखी गई, वहीं, Tata Investment का शेयर लॉन्गटर्म में शानदार परफॉर्म कर रहा है। पिछले तीन सालों में शेयर ने 325% की बढ़त दिखाई है, जबकि दो सालों में 191% और पांच सालों में 800% का रिटर्न दिया है। हालांकि, एक साल में यह शेयर 8% गिर चुका है।
कंपनी का कारोबार
Tata Investment Corporation एक प्रमुख इनवेस्टमेंट होल्डिंग कंपनी है जो टाटा ग्रुप की लिस्टेड और अनलिस्टेड कंपनियों में निवेश करती है। कंपनी का मुख्य फोकस वैल्यू और ग्रोथ के संतुलन पर है, जिससे वह लंबी अवधि में स्थिर और मजबूत रिटर्न देने की कोशिश करती है।