Banke Bihari Vrindavan: बांकेबिहारी के जन्मोत्सव की चल रही खास तैयारी, इस बार 56 माखन भाेग के साथ उज्जैन का डमरू होगा आकर्षण का केंद्र

Banke Bihari Vrindavan: बांकेबिहारी के जन्मोत्सव की चल रही खास तैयारी, इस बार 56 माखन भाेग के साथ उज्जैन का डमरू होगा आकर्षण का केंद्र
अंतिम अपडेट: 05-12-2024

बांके बिहारी के जन्मोत्सव की तैयारियां इस बार बड़े धूमधाम से की जा रही हैं। इस बार विशेष रूप से 56 प्रकार के माखन भोग को बांके बिहारी को अर्पित किया जाएगा, जो उनकी पूजा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होगा। स्वामी हरिदास की साधना स्थली में देसी गाय के दूध से यह माखन तैयार किया जा रहा है, जिससे भोग में शुद्धता और परंपरा का विशेष ध्यान रखा गया हैं।

वृंदावन: स्वामी हरिदास के लड़ैते ठाकुर बांकेबिहारीजी का जन्मोत्सव इस बार विशेष रूप से धूमधाम से मनाया जाएगा। स्वामी हरिदास की साधना स्थली में इस बार बांकेबिहारी को 56 प्रकार का माखन अर्पित किया जाएगा, जो विशेष रूप से देसी गाय के दूध से तैयार किया जा रहा है। यह माखन स्वामी हरिदास के भोग में परोसा जाएगा, क्योंकि बांकेबिहारी को माखन सबसे प्रिय है और यह उनके जन्मोत्सव की एक अहम परंपरा हैं।

विहार पंचमी के दिन एक भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी, जिसमें महिलाएं गोपियों के रूप में 56 मटकियों में माखन लेकर बांकेबिहारी मंदिर तक जाएंगी। यह शोभायात्रा ठाकुर बांकेबिहारीजी के जन्मोत्सव के उल्लास को दर्शाएगी और श्रद्धालु इस दिन भगवान के दर्शन करके अपनी भक्ति अर्पित करेंगे।

पंचमी पर होगा ठाकुर बांकेबिहारी का महाअभिषेक

ठाकुर बांकेबिहारी का प्राकट्योत्सव छह दिसंबर को है, जिसे संगीत सम्राट स्वामी हरिदास की साधना से जुड़ा हुआ माना जाता है। इसी दिन, ठाकुर बांकेबिहारीजी निधिवन राज मंदिर में प्रकटे थे। इस अवसर पर निधिवन राज मंदिर से लेकर बांकेबिहारी मंदिर तक भक्तों का उल्लास और उत्साह देखने को मिलेगा। 

मंदिर सेवायत भीकचंद गोस्वामी ने बताया कि इस वर्ष भी विहार पंचमी पर ठाकुर बांकेबिहारीजी का जन्मोत्सव अत्यंत धूमधाम से मनाया जाएगा। हर वर्ष की तरह इस बार भी सुबह पांच बजे ठाकुरजी की प्राकट्य स्थली पर पंचामृत से महाभिषेक किया जाएगा और मोहनभोग का भाग अर्पित किया जाएगा। इसके बाद, सुबह बधाई गायन के बाद, स्वामी हरिदास चांदी के रथ में विराजित होकर ठाकुरजी को जन्मोत्सव की बधाई देने के लिए दिव्य शोभायात्रा के रूप में मंदिर पहुंचेंगे।

दोपहर को राजभोग अर्पित करते समय, स्वामी हरिदास अपने लड़ैते बांकेबिहारी को 56 प्रकार के माखन का भोग अर्पित करेंगे, जिसे विशेष रूप से देसी गाय के दूध से तैयार किया गया है। यह भोग इस दिन की खासियत होगी और ठाकुर बांकेबिहारी की प्रिय माखन से उन्हें श्रद्धा और प्रेम से अर्पित किया जाएगा।

उज्जैन का डमरू होगा आकर्षण का केंद्र

महाकाल की नगरी उज्जैन के भस्म रमैया भक्त मंडल की प्रस्तुति ठाकुर बांके बिहारी के जन्मोत्सव पर वृंदावन में आकर्षण का केंद्र बनने जा रही है। इस विशेष अवसर पर भक्त मंडल द्वारा शोभायात्रा में झांझ और डमरू की मंगल ध्वनि सुनाई देगी, जिससे वातावरण में भक्तिमय और उल्लास का संचार होगा। करीब 50 सदस्य शिवप्रिय वाद्य यंत्रों की मधुर ध्वनि से आनंद बढ़ाएंगे, और इस दौरान कांसा धातु से निर्मित झांझ बजाए जाएंगे, जो बांकेबिहारी के आंगन में एक दिव्य संगीत का अहसास कराएंगे।

इसके अलावा, निधिवन राज मंदिर में बरसाना की माताजी गोशाला से प्रतिदिन 400 किलो दूध आ रहा है, जिससे विशेष माखन तैयार किया जा रहा है। 20 नवंबर से इस माखन की तैयारी शुरू की गई है, जिसमें 56 प्रकार का माखन बनाने के लिए केसर माखन, माखन मिश्री, विभिन्न प्रकार के एसेंस और खाने वाले रंग का उपयोग किया जा रहा है। यह माखन ठाकुर बांकेबिहारी को अर्पित किया जाएगा

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