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पीएम मोदी की यात्रा: जानें किन-किन ज्योतिर्लिंग और शक्तिपीठों के दर्शन किए

पीएम मोदी की यात्रा: जानें किन-किन ज्योतिर्लिंग और शक्तिपीठों के दर्शन किए

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने कार्यकाल में देशभर के कई प्रमुख ज्योतिर्लिंग और शक्तिपीठों के दर्शन किए हैं। काशी विश्वनाथ, सोमनाथ, केदारनाथ, श्रीशैलम और अंबाजी जैसे पवित्र स्थलों की उनकी यात्राएं व्यक्तिगत आस्था के साथ-साथ भारत की सांस्कृतिक विरासत और आध्यात्मिक चेतना को भी मजबूत करती हैं।

PM Modi Visits: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने कार्यकाल के दौरान भारत के कई प्रमुख पवित्र स्थलों, जैसे काशी विश्वनाथ, सोमनाथ, केदारनाथ, श्रीशैलम और अंबाजी, के दर्शन किए हैं। ये यात्राएं भारत के धार्मिक और सांस्कृतिक केंद्रों में हुईं और मोदी जी ने पूजा-अर्चना के साथ मंदिरों के सौंदर्यीकरण और विकास में योगदान दिया। उनके दर्शन व्यक्तिगत आस्था का प्रतीक हैं, लेकिन साथ ही देशवासियों को अपनी सांस्कृतिक विरासत से जुड़ने और आध्यात्मिक चेतना को मजबूत करने के लिए प्रेरित करते हैं।

प्रधानमंत्री मोदी और उनके प्रमुख ज्योतिर्लिंग दर्शन

पीएम मोदी की धार्मिक यात्राओं में कई प्रमुख ज्योतिर्लिंग शामिल रहे हैं, जिनमें उनके संसदीय क्षेत्र वाराणसी का काशी विश्वनाथ मंदिर प्रमुख है। उन्होंने काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर के निर्माण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिससे यह मंदिर देश और विश्व स्तर पर प्रसिद्ध हुआ।

गुजरात का सोमनाथ मंदिर भी पीएम मोदी के लिए विशेष महत्व रखता है। वे सोमनाथ ट्रस्ट के अध्यक्ष भी हैं और कई बार यहां पूजा-अर्चना के साथ मंदिर के पुनर्निर्माण कार्यों की निगरानी कर चुके हैं। उत्तराखंड में केदारनाथ धाम में मोदी जी ने ध्यान साधना और मंदिर के पुनर्निर्माण कार्य में तेजी लाने में योगदान दिया।

मध्य प्रदेश के उज्जैन स्थित महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग में उन्होंने महाकाल लोक कॉरिडोर का उद्घाटन किया। महाराष्ट्र के त्र्यंबकेश्वर और भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग, आंध्र प्रदेश के मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग (श्रीशैलम) और झारखंड के वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग में भी उन्होंने पूजा-अर्चना की। श्रीशैलम में भ्रमरम्बा मल्लिकार्जुन स्वामी मंदिर का विशेष महत्व है क्योंकि यह ज्योतिर्लिंग और शक्तिपीठ दोनों का संगम है।

ओंकारेश्वर मंदिर में पीएम मोदी ने नर्मदा तट पर एकात्म धाम परियोजना की आधारशिला रखी, जो भविष्य में धार्मिक और सामाजिक विकास का उदाहरण बनेगी।

शक्तिपीठों में मोदी जी की आस्था

प्रधानमंत्री मोदी ने भारत के 52 शक्तिपीठों में से कई में दर्शन किए हैं। असम के कामाख्या देवी शक्तिपीठ, गुजरात का अंबाजी शक्तिपीठ और जम्मू-कश्मीर का वैष्णो देवी मंदिर उनकी प्रमुख यात्राओं में शामिल हैं।

कामाख्या देवी शक्तिपीठ अपनी प्राचीनता और रहस्यमयी शक्ति के कारण अत्यंत महत्वपूर्ण है। अंबाजी शक्तिपीठ पीएम मोदी के हृदय के करीब है, और मुख्यमंत्री रहते हुए भी वे नियमित रूप से यहां दर्शन करते थे। वैष्णो देवी मंदिर में उन्होंने न केवल पूजा-अर्चना की, बल्कि माता वैष्णो देवी विश्वविद्यालय के कार्यक्रमों में भी भाग लिया।

आध्यात्मिक आस्था और राष्ट्र निर्माण का संगम

प्रधानमंत्री मोदी की ये धार्मिक यात्राएं व्यक्तिगत आस्था से कहीं अधिक हैं। ये यात्राएं भारत की सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत के संरक्षण और संवर्धन का प्रतीक हैं। उनके दौरे धार्मिक स्थलों के सौंदर्यीकरण, इंफ्रास्ट्रक्चर विकास और पर्यटक सुविधाओं के आधुनिकीकरण में भी मदद करते हैं।

इसके अलावा, इन यात्राओं से देशवासियों को अपने धार्मिक और सांस्कृतिक मूल्यों के प्रति जागरूक किया जाता है। प्रधानमंत्री का प्रत्येक दर्शन देश की आध्यात्मिक चेतना और सांस्कृतिक गौरव को मजबूत करता है, साथ ही राष्ट्र निर्माण में आध्यात्मिक दृष्टिकोण को जोड़ने का संदेश देता है।

प्रधानमंत्री मोदी की ज्योतिर्लिंग और शक्तिपीठ यात्राएं केवल धार्मिक आस्था का प्रदर्शन नहीं हैं, बल्कि भारत की सांस्कृतिक विरासत, आध्यात्मिक चेतना और देश की एकता का प्रतीक भी हैं। काशी, श्रीशैलम, सोमनाथ, केदारनाथ, महाकालेश्वर और अन्य पवित्र स्थलों में उनके दर्शन देशवासियों के लिए प्रेरणा स्रोत हैं।

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