Ganesh Chaturthi 2024: गणेश चतुर्थी पर पहली बार कर रहें हैं गणपति बाप्पा की स्थापना, तो इन नियमों का रखें विशेष ध्यान

Ganesh Chaturthi 2024: गणेश चतुर्थी पर पहली बार कर रहें हैं गणपति बाप्पा की स्थापना, तो इन नियमों का रखें विशेष ध्यान
Last Updated: 31 अगस्त 2024

भगवान गणेश की पूजा हिंदू धर्म में अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जाती है। पंचांग के अनुसार, इस वर्ष गणेश महोत्सव की शुरुआत 6 सितंबर 2024 को होगी। ऐसा मानना है कि इस समय व्रत रखने से भगवान गणेश जीवन की सभी कठिनाइयों को समाप्त करते हैं। इसके साथ ही, उनका आशीर्वाद सदैव के लिए प्राप्त होता है। तो आइए, इस खास दिन से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण जानकारियों को जानते हैं।

Ganesh Chaturthi: गणेश चतुर्थी पर्व, जो भगवान गणेश के जन्म का प्रतीक है, हर साल धूमधाम और उत्साह के साथ मनाया जाता है। यह पर्व 10 दिनों तक चलता है और इस दौरान भगवान गणेश की पूजा और उनके आगमन का स्वागत बड़े श्रद्धा और उत्साह के साथ किया जाता है। गणेश चतुर्थी 2024 इस बार 6 सितंबर को शुरू हो रही है। वहीं, इस दिन (Ganesh Chaturthi 2024) से जुड़े कुछ पूजा के नियम बनाए गए हैं, जिनका पालन बेहद जरूरी है।

गणपति बप्पा की स्थापना के दौरान रखें ध्यान

गणेश चतुर्थी पर पूजा की सही विधि और नियमों का पालन करना महत्वपूर्ण है ताकि पूजा सही तरीके से की जा सके और भगवान गणेश का आशीर्वाद प्राप्त हो सके। यहां कुछ महत्वपूर्ण सुझाव हैं:

1. साफ-सफाई और स्नान: गणेश प्रतिमा को घर लाने से पहले अपने घर की पूरी साफ-सफाई करें और स्नान अवश्य करें। यह पवित्रता और शुद्धता बनाए रखने के लिए आवश्यक है।

2. मूर्ति की सामग्री: गणेश जी की मूर्ति मिट्टी की होनी चाहिए, जो पर्यावरण के लिए भी अच्छा होता है और पूजा के बाद आसानी से विसर्जित की जा सकती है।

3. मूर्ति ले जाने का तरीका: मूर्ति को घर लाते समय उसे साफ कपड़े से ढककर लाएं। इससे मूर्ति की पवित्रता बनी रहती है।

4. जल से भरा कलश: अपने पूजा स्थान में जल से भरा कलश स्थापित करें। यह पूजा की शुभता और पवित्रता को दर्शाता है।

5. दूर्वा अर्पित करना: भगवान गणेश को दूर्वा (घास) अर्पित करें। यह गणेश जी को प्रिय और शुभ माना जाता है।

6. तामसिक चीजों से परहेज: पूजा के दौरान तामसिक चीजों जैसे मांसाहार, प्याज और लहसुन से परहेज करें। यह पूजा की शुद्धता को बनाए रखने के लिए आवश्यक है.

7. घर की देखभाल: गणेश जी की प्रतिमा घर पर लाने के बाद घर को खाली छोड़ें। घर में सभी सदस्य पूजा के दौरान उपस्थित रहें।

8. अनुष्ठान और मुहूर्त: गणपति स्थापना करते समय सही अनुष्ठान और मुहूर्त का पालन करें। यह सुनिश्चित करता है कि पूजा विधिपूर्वक की गई है और इसका लाभ मिलेगा।

9. भाषा और व्यवहार: पूजा के दौरान गलती से भी किसी को अपशब्द बोलें। सकारात्मक और आदरपूर्ण व्यवहार बनाए रखें।

इन नियमों और सुझावों का पालन करके आप गणेश चतुर्थी की पूजा को और भी पवित्र और सफल बना सकते हैं, और भगवान गणेश का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं।

गणेश महोत्सव का शुभ मुहूर्त

गणेश चतुर्थी के लिए शुभ मुहूर्त और महत्वपूर्ण तिथियां इस प्रकार हैं:

-चतुर्थी तिथि आरंभ: 6 सितंबर 2024 को दोपहर 3 बजकर 1 मिनट से

-चतुर्थी तिथि समाप्त: 7 सितंबर 2024 को शाम 5 बजकर 37 मिनट पर

-गणेश पूजा मुहूर्त: 7 सितंबर 2024 को सुबह 11 बजकर 3 मिनट से दोपहर 1 बजकर 34 मिनट तक

-गणेश चतुर्थी तिथि: 7 सितंबर 2024

-गणेश विसर्जन: 17 सितंबर 2024

इन मुहूर्तों का पालन करके आप गणेश चतुर्थी की पूजा को सही समय पर और शुभ तरीके से कर सकते हैं। गणेश विसर्जन की तिथि पर भी ध्यान दें ताकि गणेश जी की मूर्ति को विधिपूर्वक विसर्जित किया जा सके।

 

 

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