आजकल हर कोई दिनभर मोबाइ और लेपटॉप का इस्तेमाल करता है। लगातार इनके इस्तेमाल की वजह से गर्दन हर समय झुकी रहती है जिस वजह से गर्दन पर दबाव पड़ता है। इस स्थिति में ‘Tech Neck Syndrome’ जैसी बीमारी का शिकार हो सकतें हैं। subkuz.com के साथ देखें इसके बचाव के लिए एक्ससरसाइज।
Life Style, New Delhi: दुनिभर में बदलती अपनी life Style का असर सिर्फ हमारी सेहत पर ही नहीं, बल्कि हमारे रहन-सहन पर भी पड़ता है। अब देखा जाए तो, डिवाइस, गैजेट और स्मार्टफोन का इस्तेमाल करना न केवल एक लक्जरी भर है बल्कि, ये हमारे जीवन का अहम हिस्सा भी बन गया है। बता दें कि इस डिजिटल दुनिया में, हमारा जीवन तेजी से स्मार्टफोन और अन्य हैंडहेल्ड डिवाइसेस के साथ कनेक्ट होता जा रहा है। लेकिन जाने अनजाने ये हमारी सेहत के लिए नुकसान हैं। इस बीमारी को 'टेक नेक सिंड्रोम' (Tech Neck Syndrome) नाम दिया गया है।
subkuz.com के मुताबिक, इस बीमारी से सेहत पर इसके कई सारे साइड इफेक्ट्स देखने को मिल सकते हैं। इस पर कई अध्ययन के अनुसार बताया गया कि अधिकतर लोग दिन के 24 घंटों में से कम से कम 9-10 घंटे मोबाईल और कंप्यूटर का इस्तेमाल करते हैं। इस वजह से गर्दन हर समय झुकी रहती है। सके चलते उनका स्क्रीन टाइम काफी बढ़ गया है और गर्दन में खिंचाव महसूस होने लगता है। अगर इन पर ध्यान नहीं दिया जाए तो यह स्थिति असुविधा और लंबी स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकती है।
क्या है Tech Neck Syndrome'?
बता दें कि टेक्स्ट नेक सिंड्रोम (Text-Neck Syndrome), जिसे "टेक नेक" (Tech Neck) भी कहा जाता है। यह फोन और लैपटॉप जैसे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को यूज़ करते समय लगातार नीचे देखने से होने वाले शारीरिक तनाव और दर्द की वजह से होता है। इनसे पीड़ित व्यक्ति की गर्दन और रीढ़ पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है, जिसकी वजह से ऐंठन और दर्द महसूस होता है। लंबे समय से एक ही अवस्था में बैठे रहने से रीढ़ की हड्डी का उभार बढ़ने लगता है जिससे गर्दन, पीठ, कन्धों और सिर दर्द शुरू हो जाता है।
टेक्स्ट नेक के लक्षण
इस बीमारी का सबसे आम लक्षण गर्दन की मांसपेशियां तनावग्रस्त होना, कंधे और पीठ के ऊपरी हिस्से में दर्द, तनाव और सिरदर्द, गर्दन और कंधे की मांसपेशियों में खिंचाव, हाथों में सुन्नता या झुनझुनी होना और कार्पल टनल सिंड्रोम के लक्षणों से मिलता जुलता रहता है।
टेक्स्ट नेक से कैसे करें बचाव
इस पर अध्ययन के दौरान बताया गया कि कई प्रकार की एक्सरसाइज करने से गर्दन की मांसपेशियां मजबूत होती हैं और दर्द से भी रहत मिलती हैं ये एक्सरसाइज -
स्फिंक्स:- इस एक्सरसाइज में पेट के बल लेटें। फिर दोनों हाथों की हथेलियों को जमीन पर रखें और इसके सहारे ऊपर उठें। धीरे-धीरे पेट के हिस्से तक शरीर को उठाएं और उठने के बाद गर्दन को ऊपर की तरफ मोड़ें लें।
वॉरियर:- इसमें अपने दोनों पैर फैला कर खड़े हो जाएं। फिर दाएं पैर को दाएं दिशा की तरफ मोड़ें और घुटने को भी हल्का सा मोड़ लें। इस दौरान ध्यान रखें कि दूसरा पैर एकदम सीधा रहे। उसके साथ ही हाथों को फैलाएं और दाएं हाथ की तरफ गर्दन मोड़ते हुए देखें। इसी प्रकार दूसरे पैर पर इस प्रक्रिया को दोहराएं।
कैट कैमल Pose:- यह एक्सरसाइज करते समय दोनों हाथ और पैरों के सहारे बैठें, पेट अंदर की तरफ लेकर गर्दन को नीचे और ऊपर की तरफ ले जाएं। इसी तरह पेट को कैमल की तरह ऊपर उठाएं और फिर गर्दन को घुमाएं।
बो पोज:- इसमें अपने शरीर को धनुष के आकर में मोड़ कर इस पोज को किया जाता है। इस एक्सरसाइज से टेक नेक के साथ झुके हुए कंधे भी ठीक होते हैं। पेट के बल लेटकर दोनों हाथों से दोनों पैरों को पकड़ कर सीने से ऊपरी हिस्से को उठाएं।