Amritpal Singh in Jail: नवनिर्वाचित सांसद अमृतपाल सिंह की रिहाई के लिए माता-पिता ने उठाया ये बड़ा कदम, अमेरिका तक पहुंचा रिहाई का मामला

Amritpal Singh in Jail: नवनिर्वाचित सांसद अमृतपाल सिंह की रिहाई के लिए माता-पिता ने उठाया ये बड़ा कदम, अमेरिका तक पहुंचा रिहाई का मामला
Last Updated: 13 जून 2024

लोकसभा चुनाव 2024 में पंजाब की खडूर साहिब सीट से नवनिर्वाचित सांसद अमृतपाल सिंह के माता-पिता जेल से अपने बेटे की तिहाई के लिए इस मामले को अमेरिका तक पहुंचा दिया। उन्होंने अमृतपाल की रिहाई के लिए पांच जून को अमेरिका के उपराष्ट्रपति को प्राथना पत्र लिखा था।

 

अमृतसर: खडूर साहिब लोकसभा में नवनिर्वाचित सांसद अमृतपाल सिंह को जीतने के बावजूद जेल से रिहा नहीं किया गया. इसलिए अमृतपाल के माता पिता ने इस मुद्दे को अमेरिका तक उठा दिया है। इसकी जानकारी अमृतपाल के माता-पिता बलविंदर कौर और तरसेम सिंह बीबी परमजीत कौर खालड़ा तथा चाचा सुखचैन सिंह ने Subkuz.com को दी।

जानकारी के मुताबिक अमेरिकी गुरुद्वारा साहिब की कमेटियों ने मामले को अमेरिकी सरकार के सामने उठाने की जिम्मेदारी जसप्रीत सिंह अटॉर्नी एंड लॉ के हाथों में दी है। उन्होंने अमृतपाल की जेल से रिहाई के लिए पांच जून को अमेरिका के उपराष्ट्रपति को पत्र लिखा था। इस संबंध में उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के विशेष सलाहकार सिद्धार्थ कुमार अय्यर की ओर से जसप्रीत सिंह को मंगलवार साढ़े तीन बजे उपराष्ट्रपति के साथ बैठक में शामिल होने की सूचना मिली।

अमृतपाल खडूर साहिब सीट से बने सांसद

असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद अमृतपाल सिंह ने पंजाब की खडूर साहिब सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में लोकसभा चुनाव 2024 में जीत हासिल की हैं। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार मंजीत सिंह और आम आदमी पार्टी के लालजीत भुल्लर तथा कांग्रेस के कुलबीर सिंह जीरा को परास्त किया था। अमृतपाल को खडूर साहिब सीट से कुल वोटों में से 4 लाख चार हजार 457 वोट हासिल हुए थे।

जेल में क्यों बंद किया गया अमृतपाल को

अधिकारी ने बताया कि अमृतपाल सिंह को पिछले साल अप्रैल महीने में अरेस्ट किया गया था। तकरीबन एक महीने तक फरार रहने के बाद अमृतपाल सिंह ने पंजाब के मोगा में सरेंडर कर दिया। जिसके बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर सलाखों में डाल दिया। पंजाब पुलिस ने अमृतपाल सिंह के खिलाफ नेशन सिक्योरिटी एक्ट (NSA) के अंतर्गत मामला दर्ज किया था।

 

 

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