शिक्षा विभाग ने एक बार फिर मिड-डे मील का मेन्यू बदल दिया है। इस बार विभाग ने बच्चों की थाली में स्पेशल पकवान को जोड़ा है। महानिदेशक मौलिक शिक्षा के मिड-डे मील अधीक्षक की ओर से 20 अप्रैल को नए शैक्षिक सत्र 2024-25 के लिए मिड-डे-मील का नया मेन्यू जारी कर दिया गया था। जिसमे संशोधन करते हुए अब नया मेन्यू जारी किया गया हैं।
यमुनानगर: राजकीय स्कूलों में कक्षा 1 से 8वीं तक की पढ़ाई करने वाले सभी छात्रों को दोपहर के समय स्कूल में ही भोजन करवाया जाता है. मौलिक शिक्षा के मिड-डे मील अधीक्षक ने मेन्यू को संशोधित करके खाने की नई सूची जारी कर दी हैं। मिड-डे मील के नए मेन्यू में रागी और चने की मात्रा को कम किया गया है तथा गेहूं और दूध की मात्रा में बढ़ोतरी की गई हैं। क्योंकि ये दोनों चीजें बच्चों के विकास के लिए अत्यंत जरूरी हैं। इसके अलावा सोया चूरा को मेन्यू से हटा दिया गया हैं।
मिड-डे मिल का नया मेन्यू
राजकीय स्कूलों में सरकार की ओर से कक्षा पहली से आठवीं तक के छात्रों को प्रतिदिन मिड-डे मील दिया जाता है। मिड-डे-मील में बच्चों के स्वास्थ्य और उनको भोजन में किस चीज की ज्यादा जरूरत है इसका भी अच्छे से ध्यान रखा जाता है। मिड दे मिल में छात्रों को अब दही के साथ गुड़ और मिस्सी के पराठें भी खाने के लिए मिलेंगे। महानिदेशक मौलिक शिक्षा के मिड-डे मील अधीक्षक ने संशोधित मेन्यू जारी कर जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी के साथ ही इस्कान फूड रिलीफ फांडेशन को भी संशोधित मेन्यू भेज दिया हैं।
शुक्रवार को होगी स्पेशल थाली
Subkuz.com को अधिकारी ने बताया कि नए शेड्यूल के मुताबिक पहले सप्ताह के शुक्रवार के दिन बच्चों को गुड़ रोटी के साथ दही मिलेगा। जबकि पुराने शेड्यूल में इसी दिन हलवा और काला चने से बनी सब्जी मिलती थी, जिसे हटा दिया गया है। इस बार बुधवार के दिन चावल और सफेद चने की सब्जी विद्यार्थियों को खाने में मिलेगी। इसके साथ ही नए मेन्यू में ऐसे व्यंजन भी जोड़े गए हैं जो पौष्टिक और स्वादिष्ट होने के साथ-साथ गुणकारी भी हैं। इसके अलावा पहली से पांचवीं और छठी से आठवीं कक्षा के विद्यार्थियों को मिलने वाला मिड-डे मील के मेन्यू में हर दिन के मुताबिक बदलाव किया गया हैं ताकि विद्यार्थियों को मौसम के हिसाब से पौष्टिक व्यंजन मिल सकें।